सरकारी नाव का आता पता नहीं, बाढ़ पीड़ितों को नहीं मिल रहा शुद्ध पानी और सरकारी राहत

निष्पक्ष जन अवलोकन। । शिवसंपत करवरिया। चित्रकूट।पटना प्रशासनिक राहत और सुविधाएं बाढ़ पीड़ितों तक सही ढंग से नहीं पहुंच पा रही है। सरकारी नावों की भी समुचित व्यवस्था नहीं है। बाढ़ पीड़ितों की परेशानियां दिन व दिन बढ़ती ही जा रही है। कोई सुधी लेने वाला नहीं। कुछ राज नेता और नेत्री नाव पर बैठ कर नौका विहार कर रही हैं। राहत की बात ही नहीं। इसी बीच दानापुर के पूर्व प्रमुख एवं समाज सेवी मनोज कुमार राय ने जांबाजी से दिखाई मानवता। खुद चार पहिया वाहन से राहत सामग्री पहुंचाकर अपने सर पर राहत सामग्रियों से भरे बोरा को लेकर नाव पर लोड किए। राहत सामग्रियों से लैस नाव पर सवार होकर बाढ़ की पानी से घिरे बाढ़ पीड़ितों के घर घर राहत सामग्रियों का वितरण कर पुण्य कमा रहे हैं। समाज सेवी मनोज कुमार राय का कहना है मानव सेवा से बढ़ कर कोई धर्म नहीं है। आपदा की घड़ी में पीड़ित मानव का मदद करना ही भले मानव का कर्तव्य है। आगे उन्होंने कहा मैं सेवक हूं, मानव सेवा में ही अपने आपको न्योछावर कर देना चाहता हूं ताकि मुझे मोक्ष की प्राप्ति हो सके। आज दानापुर के दियारा क्षेत्रों के बाढ़ पीड़ितों के बीच मनोज कुमार राय की खूब चर्चा हो रही है उन्हें पीड़ित परिवार दिल से दुआ दे रही है। हालांकि, बाढ़ राहत कार्य के लिए जिला प्रशासन की ओर से 11 कोषांग गठित किए गए हैं। बाढ़ राहत सामग्री जरूरतमंदों को तुरंत मिले इसके लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है और टीमें बनाई गई हैं। इसमें एसडीएम, डीएसपी, सीओ और थाना प्रभारी को शामिल किया गया है।डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि राहत कार्य में कोताही नहीं होनी चाहिए। बाढ़ पीड़ितों को रहने के लिए तीन जगहों पर रहने के लिए शरणस्थली बनी है। पाटीपुल पर नकटा दियारा और मीनार घाट पर दियारा के लोगों के रहने की व्यवस्था है। बिंदटोली के लोगों के लिए मरीन ड्राइव के एक लेन में टेंट लगा है। तीनों जगहों पर सामुदायिक रसोई, मेडिकल और पशुओ के चारा की व्यवस्था है। बाढ़ और मोकामा में भी सामुदायिक रसोई की व्यवस्था है। बाढ़ प्रभावित इलाके में रहने वाले लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं हैं। किसी भी प्रकार की सूचना जिला आपातकालीन संचालन केन्द्र में क्रियाशील नियंत्रण कक्ष (0612-2210118) में दी जा सकती है । भयावह होने से ग्रामीण परेशान दानापुर में गंगा नदी के जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी से दियारा क्षेत्र में स्थिति भयावह होती जा रही है, जिससे कुछ इलाके के लोग शहर की ओर पलायन करने लगे हैं। कुछ लोग अपनी मवेशी लेकर दानापुर पहुंचे। कासिमचक समेत अन्य निचले इलाके में रहने वाले लोग दानापुर आकर अपने रिश्तेदारों के यहां चले गए तो कुछ परिवारों ने सामान लेकर बलदेव इंटर स्कूल में शरण लिया है। कुछ दियारा के लोग ऊंचे स्थानों पर शरण लेने में लगे हैं।