पं० रामदयाल निर्विकार के चिराग नामक साहित्य का प्रकाशन हुआ

पं० रामदयाल निर्विकार के चिराग नामक साहित्य का प्रकाशन हुआ

निष्पक्ष जन अवलोकन अजय रावत।। सिरौलीगौसपुर। क्षेत्र के शिक्षा प्रेमी पं0 राम दयाल निर्विकार द्वारा लिखित पुस्तक चिराग इन दिनों क्षेत्र में चर्चा बनी हुई है जो अपनी साहित्य साधना में डटे रहे।जिसका रवीना प्रकाशन दिल्ली ने 2025 में प्रकाशन किया।सफर लम्बा रहा लेकिन परिणाम सुखदायी निकला। तहसील मुख्यालय से सटे हुए ग्राम पीठापुर निवासी पं0 राम दयाल निर्विकार द्वारा चिराग नामक उपन्यास 2003/4 के लिखा गया और 21 वर्षों के बाद रवीना प्रकाशन दिल्ली से प्रकाशित हुआ। साहित्य के क्षेत्र में पं0 राम दयाल निर्विकार परिवार का साथ न पाकर अकेले इस मुकाम तक पंहुचने की ठानी सफर लम्बा जरुर रहा परन्तु परिणाम सुखदायी निकला।अपने विश्वास के साथ साहित्य साधना में डटे रहे पं0 रामदयाल जी ने कहा कि 21 वर्षों से छाया अंधेरा आज मेरे जीवन में एक सूरज की भांति चमका है जिस पर गर्व है।