भारत में कृषि उद्योग का बढ़ता हुआ वर्चस्व

भारत में कृषि उद्योग का बढ़ता हुआ वर्चस्व

निष्पक्ष जन अवलोकन अजय रावत।। सिरौली गौसपुर,बाराबंकी ।सीता देवी महाविद्यालय, आज कृषि संकाय और गृहविज्ञान के छात्रों को शैक्षणिक भ्रमण के लिए आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या में विराट  किसान मेले में भाग लिया। | छात्रों ने यहां आकर  बहुत प्रसन्नता का अनुभव किया । यहाँ  वानिकी विभाग के वैज्ञानिकों और कृषि संकाय के डॉ 0 देवेद्र, डॉ 0 आशीष सिंह, डॉ 0 दिनेश से भेंट करके विभिन्न तरह-तरह के पेड़ पौधों,बीजों, सब्जियों ,खाद ,फल(ड्रैगन फ्रूट की खेती), फूलो तथा मत्स्य विभाग में छात्रों ने ,मछली उद्योग शुरू करने के लिए एक विस्तृत व्यापार योजना  कैसे बनाया जाए और इसके लिए उपयुक्त स्थान का चुनाव कैसे किया जाएं, और अनेक प्रकार की मछली प्रजातियों के विषय में जानकारी प्राप्त की तथा पशु पालन विभाग में जाकर पशु खाद्य व्यवस्था,पशु फॉर्म प्रबंध,कृत्रिम गर्भाधान तथा डेरी उद्योगों की जानकारी प्राप्त की।इसका उद्‌देश्य ही यही रहा कि छात्रों को नई तकनीक द्वारा कृषि कैसे की जाए और मिट्टी का प्रशिक्षण कैसे-कैसे की जाए जिससे उत्तम खेती हो सके। फलो, फूलो तथा अन्य खाद्यान्न फसलों को कैसे कैसे उगया जाए यहां प्रशिक्षित कुशल शिक्षको द्वारा छात्रो का ग्रुप बना कर समझाया गया।,गृह विज्ञान जो व्यक्ति और  समाज के सर्वांगीण विकास के लिए  जाना जाता है,जिसमें स्वास्थ्य, पोषण, गृह प्रबंधन, वस्त्र विज्ञान, और पारिवारिक संबंधों जैसे जीवन जीनेके महत्वपूर्ण पहलुओं को सिखाता है। यह लोगों के  संसाधनों का उचित उपयोग करने और परिवार व समाज के लिए एक खुशहाल और टिकाऊ वातावरण बनाने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करता है। गृह विज्ञान व्यक्तिगत सशक्तिकरण, उद्यमिता को बढ़ावा देने और सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार लाने में भी मदद करता है। यहां छात्राओं ने आकर आचार, मुरब्बा, जेम, जेली, पापड़ ,फलों (सूखे मेवे बनाने ) आदि खाद्य पदार्थों को संरक्षित करने के  गुण सीखे, जिससे रोज़गार को प्राप्त किया जा सके। ज्ञान अर्जित के साथ ही मेले का आनन्द भी उठाया । छात्रों ने कृषि संकाय के प्रमुख डॉ 0ओ0पी0 राव जी को और महाविद्यालय के निर्देशक अभिषेक शुक्ला जी को आभार प्रकट करते हुए ,अनुरोध भी किया कि हमें समय -समय पर इस तरह के आयोजित "मेले में हमेशा की तरह सम्मिलित कर ज्ञान अर्जित करवाते रहे। जिसमें महाविद्यालय के प्राध्यापको में सर्वेश यादव,डॉ0 उमेश त्रिपाठी, मणि शंकर मिश्रा, नीरज प्रजापति,रत्नाकर तिवारी, डॉ 0 पुष्पा शर्मा,श्रीमती शिल्पा श्रीवास्तव सम्मिलित हुए ।यह भ्रमण उमाकांत अवस्थी जी के संरक्षण में सफलता पूर्वक सफल रहा।