डोगरा खुर्द फीडर पर एक हफ्ते से बिजली गायब किसानों की फसलें बर्बादी के कगार पर

डीएम ने तत्कालसंज्ञान लेकर संबंधित विभागीय अधिकारीयों विद्युत आपूर्ति सुचारू करने के लिए निर्देश

डोगरा खुर्द फीडर पर एक हफ्ते से बिजली गायब किसानों की फसलें बर्बादी के कगार पर

कथित लाइनमैन की मनमानी और वसूली के आरोप, ग्रामीणों में भारी आक्रोश,, सौजना फीडर की खुली लापरवाही; विभागीय कार्रवाई की मांग तेज,,       निष्पक्ष जन अवलोकन। अरविन्द कुमार पटेल। ललितपुर। विकासखंड महरौनी के अंतर्गत ग्राम पंचायत डोगरा खुर्द से जुड़े सौजना विद्युत फीडर में पिछले एक सप्ताह से लगातार बिजली आपूर्ति बंद है, जिससे क्षेत्र के किसानों की रबी फसलें सूखने के कगार पर पहुंच गई हैं। खेतों में सिंचाई न होने से गेहूं, चना, मसूर और सरसों की फसलें भारी नुकसान झेल रही हैं। ग्रामीणों ने बताया कि बिजली कटौती के पीछे लाइनमैन की मनमानी और फेवरिटिज्म जिम्मेदार है। ग्रामीणों के अनुसार, भरत सिंह मावई, जो स्वयं को लाइनमैन बताता है, बिजली आपूर्ति को जानबूझकर नियंत्रित करता है और अपने चहेते लोगों को ही प्राथमिकता देता है। आरोप है कि वह पूरे दिन में सिर्फ 10 से 30 मिनट के लिए ही बिजली बहाल करता है, जबकि कई बार बिजली बिल्कुल भी नहीं मिलती। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि उक्त कथित लाइनमैन किसानों से अवैध वसूली करता है और पैसे लेने पर ही लाइन बहाल करने की बात कहता है। स्थानीय किसानों— कडोरे, सामन सूरज, उजबक सिंह, दीवान हिमांशू राजा, तथा ग्राम डोगरा खुर्द के सैकड़ों ग्रामीणों ने बताया कि बार-बार शिकायतों के बाद भी विभाग ने कोई संज्ञान नहीं लिया। ग्रामीणों का कहना है कि सौजना फीडर पर रोस्टर के अनुसार सप्लाई देने की जगह मनमानी बिजली कटौती की जा रही है, जिससे सिंचाई पूरी तरह ठप है। बिजली न मिलने की वजह से क्षेत्र में फसल बर्बादी का खतरा बढ़ता जा रहा है।ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि विभाग ने जल्द ही रोस्टर के अनुसार नियमित विद्युत आपूर्ति बहाल, एवं कथित लाइनमैन के खिलाफ विभागीय जांच और कानूनी कार्रवाई— नहीं की, तो किसी भी अप्रिय घटना के लिए विद्युत विभाग जिम्मेदार होगा।ग्रामीणों ने यह भी कहा है कि आवश्यक होने पर वे सामूहिक रूप से एसडीओ, एक्सईएन तथा जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर आंदोलन की राह भी अपनाएंगे।