डॉक्टर एक पेशा नहीं, बल्कि इंसानियत की सबसे बड़ी सेवा है:डॉ अनुपमा

निष्पक्ष जन अवलोकन /अमर नाथ शर्मा सोनभद्र। पंचशील मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल छपका स्थित परिसर में मंगलवार को हॉस्पिटल डायरेक्टर पवित मौर्या ने डॉक्टर्स डे पर डाक्टरों को अगवस्त पुष्प गुच्छ व केक काट कर धूम धाम से मनाया गया डॉक्टर्स डे ।वही मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए डॉ अनुपमा मौर्या ने बताया कि डॉक्टर केवल एक पेशा नहीं, बल्कि इंसानियत की सबसे बड़ी सेवा है। हर साल डॉक्टर्स के समर्पण और योगदान को सम्मान देने के लिए डॉक्टर्स डे मनाया जाता है। यह दिन साल में दो बार मनाते हैं, एक राष्ट्रीय डॉक्टर्स डे (डॉक्टर्स डे एक ऐसा दिन है जो हमें याद दिलाता है कि डॉक्टर्स हमारे जीवन के अनदेखे रक्षक हैं। चाहे वो राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाए या वैश्विक, उनका योगदान हर सीमा से परे है। दोनों दिनों को मनाने का उद्देश्य एक ही है, चिकित्सकों का सम्मान। लेकिन इन दोनों चिकित्सक दिवस को मनाने की तारीख, इतिहास और आयोजन का स्तर अलग होता है। वही डॉ अनुपमा मौर्या ने बताया कि राष्ट्रीय डॉक्टर्स डे भारत में मनाया जाता है। हर साल राष्ट्रीय डॉक्टर्स डे 1 जुलाई को मनाते हैं। यह दिन भारत के महान चिकित्सक, स्वतंत्रता सेनानी और पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र रॉय की याद में डॉक्टरों को समर्पित किया गया।इस दौरान डायरेक्टर पवित मोर्चा ने कहा कि देशभर में डॉक्टरों को सम्मानित किया जाता है। हॉस्पिटल और मेडिकल संस्थान कार्यक्रम आयोजित करते हैं, जहां मरीज और संस्थाएं डॉक्टरों को धन्यवाद और सराहना देते हैं। 1 जुलाई को डॉ. बिधान चंद्र रॉय का जन्म और निधन। इसी उपलक्ष्य में यह दिन चुना गया।इस मौके पर डॉक्टर अंजनी कुमार सिंह, डॉ.सुशील कृष्णमूर्ति, डॉ.सौरभ सिंह, डॉ . अनिल जायसवाल, डॉ विवेक कुमार सिंह, डॉ, दीप नारायण आदि लोग मौजूद रहे।