सिलौटा, तप्पेसिपाह व बौण्डी में सम्पन्न हुआ बाढ़ से बचाव व राहत कार्यों का मेगा मॉकड्रिल
बहराइच
निष्पक्ष जन अवलोकन। अभिषेक सिंह।बहराइच में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव व राहत कार्यों को प्रभावी ढंग से संचालित किये जाने के उद्देश्य से तहसील महसी के ग्राम बौंडी स्थित सिलौटा के रामघाट पर मुख्य राजस्व अधिकारी देवेन्द्र पाल सिंह, तहसील कैसरगंज के ग्राम तप्पेसिपाह स्थित घाघराघाट पर अति. मजिस्ट्रेट प्रथम राम दयाल तथा तहसील नानपारा के ग्राम बौण्डी में उप जिलाधिकारी मिहींपुरवा (मोतीपुर) प्रकाश सिंह के नेतृत्व में मेगा मॉक ड़िªल का आयोजन कर जिला प्रशासन द्वारा अपनी तैयारियों को परखा गया। ग्राम सिलौटा में आयोजित मॉक ड्रिल की पटकथा के अनुसार घटना स्थल सिलौटा रामघाट पर घाघरा नदी में एक नाव पलट जाती है। नाव में सवार सभी लोग डूबने लगते हैं और खुद को बचाने के ज़ोर-ज़ोर से बचाव-बचाव की आवाज़ निकालने लगते हैं। डूबते लोगों की मदद की पुकार सुनकर पलक झपकते ही निरीक्षक दीपक मण्डल के नेतृत्व में एन.डी.आर.एफ. 11वीं बटालियन के जवान मोटरबोट पर सवार होकर नदी के बीच पहुंच गये और लाइफब्वाय को पानी में फेंककर डूबते हुए लोगों को मोटरबोट में सवार कर उन्हें सुरक्षित नदी के किनारे लेकर आये। नदी से रेस्क्यू किये गये लोगों को तत्काल स्ट्रेचर पर लेटा कर मेडिकल कैम्प में लाया गया जहां चिकित्सकों की टीम द्वारा बचाये गये लोगों की जांच व प्राथमिक उपचार कर उन्हें स्ट्रेचर के सहारे ही पास खड़ी एम्बुलेन्स पर सवार कराया। जीवनरक्षक उपकरणों से सुसज्जित एम्बुलेन्स पर मौजूद चिकित्सकों ने भी तत्काल पीड़ित व्यक्तियों को साथ लेकर चिकित्सालय की ओर रवाना हो गये। रामघाट पर मुख्य राजस्व अधिकारी/इन्सीडेन्ट कमाण्डर व प्लानिंग सेक्शन चीफ देवेन्द्र पाल सिंह के नेतृत्व में सम्पन्न माकड्रिल इतना जीवन्त था कि नदी के आस-पास मौजूद ग्रामीण इसे वास्तविक घटना समझ रहे थे। परन्तु जब उन्हें पता चला कि यह मात्र राहत व बचाव कार्य का पूर्वाभ्यास था तो चेहरे पर दिखने वाला तनाव खत्म हुआ। मॉकड्रिल के दौरान पशुओं के रेस्क्यू का भी रिहर्सल किया गया। मॉकड्रिल स्थल पर मुख्य राजस्व अधिकारी श्री सिंह ने कहा कि मॉकड्रिल का उद्देश्य यह है कि हम वास्तविक आपदा आने से पूर्व ही उन्हीं परिस्थितियों का सामना करते हुए राहत व बचाव कार्यों को सम्पन्न कराकर अपनी तैयारियों को परख लें। उन्होंने कहा कि सभी विभागों द्वारा मॉक ड्रिल के लिए बेहतर तैयारी की गयी है। उन्हें विश्वास है कि यदि वास्तविक आपदा जैसी कोई परिस्थितियॉ उत्पन्न होती हैं तो सभी विभाग बेहतर कार्य कर सकेंगे। श्री सिंह ने मॉकड्रिल में प्रतिभाग करने वाले अधिकारियों, एनसीसी, पीआरडी, एनएसएस, आपदा मित्र, मेरा जुड़ा भारत, आपदा ट्रेनर्स, सुरक्षा एजेन्सियों के जवानों तथा मॉकड्रिल में सभी प्रतिभागी सहयोगियों का आभार ज्ञापित करते हुए ग्रामवासियों से अपील की कि मॉकड्रिल के दौरान बतायी गई बातों को दूसरे लोगों के साथ भी शेयर करें ताकि आपदा के दौरान जानी व माली नुकसान को न्यून से न्यूनतम किया जा सके। मॉकड्रिल के उपरान्त मौके पर मौजूद सभी अधिकारियों ने अन्य सम्बन्धित के साथ स्टेजिंग एरिया कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय बौण्डी में आपदा प्रबन्धन से जुड़े विभिन्न विभागों यथा राजस्व, नागरिक सुरक्षा, मानव एवं पशु चिकित्सा, स्वास्थ्य, खाद्य एवं रसद एवं शिक्षा विभाग द्वारा लगाये गये प्रदर्शनी पण्डालों का निरीक्षण कर बाढ़ के समय विभाग द्वारा प्रदत्त की जाने वाली सेवाओं एवं सुविधाओं के बारे में जानकारी प्रदान की। घटना स्थल पर खाद्यान्न किट एवं पशुओ के लिए चारा एवं भूसा वितरण कार्य का डैमो भी प्रस्तुत किया गया। इसके उपरान्त उप जिलाधिकारी महसी अश्वनी पाण्डेय, पुलिस क्षेत्राधिकारी डी.के. श्रीवास्तव व अन्य सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा मौजूद ग्राम वासियों को बाढ़ के पूर्व व बाढ़ के दौरान तथा बाढ़ के पश्चात् बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जागरूक किया गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संजय कुमार, जिला विकास अधिकारी राजकुमार, डीपीआरओ सर्वेश कुमार पाण्डेय, एआरटीओ प्रवर्तन ओ.पी. सिंह, जिला कृषि अधिकारी सूबेदार यादव, खण्ड विकास अधिकारी महसी हेमन्त यादव, तहसीलदार विकास कुमार, कमाण्डेन्ट ताज रसूल, थानाध्यक्ष तथा अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।