मोतीनगर में गंदगी और दबदबे के आगे बेबस व्यवस्था

मोतीनगर में गंदगी और दबदबे के आगे बेबस व्यवस्था

निष्पक्ष जन अवलोकन। चीफ ब्यूरो बदरूजमा चौधरी पचपेडवा विकासखंड, (बलरामपुर )की ग्राम पंचायत मोतीनगर इन दिनों भीषण गंदगी, कीचड़ और अव्यवस्था का दंश झेल रही है। गांव की गलियां कीचड़ से पट चुकी हैं, नालियां जाम हैं और जगह-जगह गंदा पानी जमा होने से ग्रामीणों का चलना-फिरना दूभर हो गया है। सूत्रों के अनुसार ग्राम पंचायत की सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है, जिसका सीधा असर आम जनजीवन पर पड़ रहा है। बरसात के दिनों में हालात और भी भयावह थे, लेकिन हैरानी की बात यह है कि बारिश थमने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। इससे साफ जाहिर होता है कि समस्या केवल मौसम की नहीं, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही और जवाबदेही की कमी की है। गांव के मुख्य रास्तों से लेकर मोहल्लों तक कीचड़ फैला है, जिससे स्कूली बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार शिकायत के बावजूद न तो नियमित सफाई होती है और न ही नालियों की समुचित उड़ाही। सफाईकर्मियों की अनियमितता और कथित दबदबे के चलते व्यवस्था पूरी तरह बेबस नजर आ रही है। गंदगी के कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे डेंगू, मलेरिया और अन्य संक्रामक बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। उनका कहना है कि यदि समय रहते सफाई और जलनिकासी की ठोस व्यवस्था नहीं की गई, तो हालात और बिगड़ सकते हैं। मोतीनगर के लोग प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप, नियमित सफाई, नालियों की मरम्मत और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। अब देखना यह है कि जिम्मेदार अधिकारी कब जागते हैं और मोतीनगर को इस गंदगी व अव्यवस्था से मुक्ति दिलाने के लिए ठोस कदम उठाते हैं।