मनरेगा में बड़ा भ्रष्टाचार उजागर: मजदूरों के हक पर डाका, अधिकारियों की मिलीभगत से फर्जीवाड़ा जारी

मनरेगा में बड़ा भ्रष्टाचार उजागर: मजदूरों के हक पर डाका, अधिकारियों की मिलीभगत से फर्जीवाड़ा जारी

विकास खंड बढ़नी (सिद्धार्थनगर) ग्राम पंचायत खजुरिया शार्की और अकरहारा में मनरेगा योजना के तहत बड़ा भ्रष्टाचार सामने आया है। मजदूरों के हक पर हो रही यह खुली लूट प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करती है। सूत्रों के मुताबिक यहां पिछले कई महीनों से पुराने फोटो का उपयोग कर ऑनलाइन हाजिरी लगाई जा रही है, जबकि कार्य स्थल पर वास्तविक काम कहीं भी नहीं चल रहा है। जब मीडिया की टीम मौके पर पहुंची, तो दोनों ग्राम पंचायतों में एक भी मजदूर मौजूद नहीं मिला। सिर्फ कागजों में मजदूरों की उपस्थिति दिखाकर लाखों रुपये के बिल पास किए जा रहे हैं। यह स्थिति साफ दर्शाती है कि यह खेल बिना अधिकारियों की मिलीभगत के संभव नहीं है। यही नहीं, 23 नवंबर को इस फर्जीवाड़े को लेकर निष्पक्ष जन अवलोकन में खबर प्रकाशित की गई थी, लेकिन अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। संवाददाता ने संबंधित अधिकारियों से BDO दूरभाष पर संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन या तो फोन काट दिया गया या उठाया ही नहीं गया। यह रवैया यह स्पष्ट करता है कि उच्च अधिकारियों को भी इस भ्रष्टाचार की पूरी जानकारी है और कार्रवाई करने की इच्छा नहीं। गांवों में गरीब मजदूर रोजगार की आस लगाए बैठे हैं, जबकि फर्जी तरीके से उनकी हाजिरी दिखाकर उनका हक छीना जा रहा है। यह मनरेगा भ्रष्टाचार न सिर्फ सरकारी सिस्टम की पोल खोलता है बल्कि ग्रामीणों की आजीविका पर भी सीधा हमला है। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो, ताकि गरीब मजदूरों को उनका उचित हक मिल सके।