आर्य समाज गुधनी पांच हजार घर में पहुंचाएगा होली सामग्री
निष्पक्ष जन अवलोकन

निष्पक्ष जन अवलोकन। प्रशांत जैन। बिल्सी(बदायूँ)। आर्य समाज मंदिर गुधनी के संचालक एवं वैदिक विद्वान आचार्य संजीव रूप के निर्देशन में पर्यावरण की शुद्धि के लिए होली पर 42 प्रकार की जड़ी बूटियां से युक्त विशेष होली सामग्री बनाई जाती है जो जिले के पांच हजार घरों को निशुल्क वितरित की जाती है। उन्होने बताया कि इसमें चिरायता, हल्दी, , इंद्रजौ , कपास मूल, बायविडंग, सुगंध, सुगंध, अगर, तगर लौंग गुड, कपूर शहद, गोला छुहारा, अखरोट, बादाम, शुद्ध देसी घी आदि मिश्रित किया गया है। आचार्य ने बताया कि होली पर घर-घर में बलगुरिया जलाई जाती है, जिसमें गोबर के उपले जलाए जाते हैं, उसमें यह उत्तम सामग्री की आहुतियां देकर घर और वातावरण को पवित्र बनाया जा सकता है। रोग के कृमि समाप्त होते हैं और सबको बड़ा भारी सुख होता है। पुरुष सामूहिक होली में एक किलो सामग्री, कपूर आदि ले जाकर समर्पित करें तो किसी को रोग और शोक न हो। उनका यह आंदोलन कई वर्षों से चल रहा है। उनका लोगों को संदेश है कि व्यर्थ में लकड़ी ना जलाएं, गोबर के ही कंडे उपले जलाएं। होली धार्मिक त्योहार है, शराब न पिएँ, न ही गलत रंगों का इस्तेमाल करें। परस्पर के गिले शिकवे मिटाकर भाईचारे के साथ रहे। इस बार भी सामग्री के पांच हजार पैकेट बनाए जा रहे है। जिनका वितरण होली से पहले कर दिया जाएदा।