रामा हॉस्पिटल में गलत ऑपरेशन से एक और महिला की गई जान

रामा हॉस्पिटल में गलत ऑपरेशन से एक और महिला की गई जान

निष्पक्ष जन अवलोकन/अमर नाथ शर्मा सोनभद्र। स्वास्थ्य विभाग के स्वच्छ छवि के ईमानदार अधिकारियों की घोर लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। जिला मुख्यालय के प्रमुख शहर सोनभद्र नगर के उरमौरा क्षेत्र में संचालित एक मानक विहीन चर्चित अस्पताल में एक बार फिर गलत ऑपरेशन से एक गर्भवती महिला की मौत हो गई। इस अस्पताल में करीब डेढ़ माह पूर्व भी एक महिला की हुई थी। परिजनों ने बताया कि सदर कोतवाली क्षेत्र के देवरी गांव निवासी पूनम उम्र 25 वर्ष को सुरक्षित प्रसव के लिए उरमौरा स्थित रामा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जहां अस्पताल के चिकित्सक ने सर्जरी कर मरे बच्चे को बाहर निकाल। आरोप है कि ऑपरेशन के बाद काफी दूरी दूरी पर टांका लगाने से ब्लड नहीं रुका, इससे महिला की हालत गंभीर हो गई। बाद अस्पताल प्रबंधक ने खुद को बचाने के चक्कर में मरीज को वाराणसी के लिए रेफर कर दिया। परिवार के लोग वाराणसी के एक अस्पताल में ले जाकर महिला को भर्ती कराया, जहां उसकी मौत हो गई। घटना से आक्रोशित मृतका के परिजनों ने वापस रमा हॉस्पिटल पहुंचे और चिकित्सक पर गलत ऑपरेशन का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आक्रोशित परिजनों को किसी प्रकार से समझा बूझकर उनका गुस्सा शांत कराया। बाद शव को कब्जे में लेकर अंत्य परीक्षण के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। जिला अस्पताल से एक प्राइवेट व्यक्ति ने कराया था भर्ती जिला अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस के बाहर मृतक के परिजनों ने आरोप लगाते हुए बताया कि महिला के पेट में दर्द होने पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, अस्पताल में कोई चिकित्सक मौजूद न मिलने की वजह से वे लोग महिला को लेकर अन्यत्र जाने की व्यवस्था कर रही रहे थे कि एक व्यक्ति उनसे संपर्क किया और कम खर्च में अच्छा उपचार कराने का भरोसा देते हुए महिला को ले जाकर रामा हॉस्पिटल में भर्ती कर दिया। जहां अस्पताल के चिकित्सक ने ऑपरेशन के बाद मरे बच्चे को बाहर निकाला। आरोप है कि ऑपरेशन के बाद गलत टांका लगाने की वजह से महिला की बिगड़ी हालत उसकी मौत की मुख्य वजह बनी। उधर मामले में क्षेत्राधिकार ने बताया कि मृतका के परिजनों की तहरीर पर संबंधितों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर जांच की जा रही है।