नाग पंचमी महोत्सव के प्रथम दिवस पर विशाल धनुष यज्ञ का आयोजन

नाग पंचमी महोत्सव के प्रथम दिवस पर विशाल धनुष यज्ञ का आयोजन

निष्पक्ष जन अवलोकन अनिल खटीक हमीरपुर | विकासखंड मुस्करा के ग्राम अलरा गोरा में नाग पंचमी महोत्सव विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर रात्रि में विशाल धनुष भंग रामलीला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ वीर नारायण राजपूत ब्लॉक प्रमुख, करण सिंह राजपूत जिला पंचायत सदस्य ने फीता काटकर किया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथियों ने प्रभु श्री राम और लक्ष्मण जी की आरती के साथ की। प्रारंभ में गुरु विश्वामित्र के आदेश अनुसार राम और लक्ष्मण जी ने संध्या वंदन की, और संध्या वंदन के बारे में बताने का प्रयास किया की संध्या क्यों की जाती है संध्या करने का उद्देश्य क्या है और मनुष्य को जीवन में संध्या क्यों आवश्यक है। मिथिला पुरी के राजा जनक के बुलावे पर मुनि विश्वामित्र जी के साथ राम और लक्ष्मण का मिथिला नगरी आना इस छवि को देखकर दर्शन मंत्र मुक्त हो गए। स्वयंवर में राजा जनक की प्रतिज्ञा पूरी नहीं होने पर सभी राजाओं पर कटु वचनों का प्रयोग करना। पर लक्ष्मण जी ने देखा कि राजा जनक ने क्षत्रियों का अपमान कर दिया। लक्ष्मण जी अत्यंत क्रोधित हुए और क्रोध में आकर पूरे ब्रह्मांड को पलटने की बात कही, जिस पर प्रभु श्री राम जी ने अपने अनुज लक्ष्मण को भली प्रकार से समझाया और शांत होने के लिए कहा। तभी सब कुछ जानने वाले गुरु श्रेष्ठ विश्वामित्र जी ने राम जी को धनुष तोड़ने के लिए आदेश दिया और राम जी ने उठकर धनुष का खंडन कर दिया और सर्व समाज जय जयकार के नारे लगाने लगे। धनुष के टूटने पर महिंद्रा चल पर तपस्या कर रहे भगवान परशुराम जी ने जो ही देखा की धनुष का खंडन हो गया वह अत्यंत क्रोधित होकर राजा जनक की नगरी मिथिला पुरी आ गए। क्रोधित भगवान परशुराम को देखकर सभी डरे हुए थे। और परशुराम जी ने जनक से पूछा की धनुष का खंडन किसने किया है पर इसका उत्तर देने का समर्थ किसी में नहीं था। अंत में इन वचनों को लक्ष्मण जी नहीं सुन पाए और परशुराम जी से वार्तालाप करने लगे परशुराम लक्ष्मण संवाद देखकर दर्शक आनंदित हुए। राम की भूमिका में पवन द्विवेदी गहरौली, लक्ष्मण जी की भूमिका में उदित कानपुर, जनक जी की भूमिका में राजू तिवारी टेढ़ा हमीरपुर, परशुराम की भूमिका पर गोपाल अवस्थी फतेहपुर, मंडलाडीश वह व्यास जी की पावन भूमिका में पंडित विकास द्विवेदी गहरौली ने व्यास वाणी के द्वारा दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। रोहित कुशवाहा, पुष्पेन्द्र कुशवाहा, अनिल कुशवाहा, इंद्रजीत कुशवाहा, रामसजीवन राजपूत, पवन श्रीवास्तव, रामू महाराज मेला कमेटी ने आए हुए सभी कलाकारों का स्वागत एवं उत्साहवर्धन किया। इस मौके पर सैकड़ो के तादाद में दर्शकों ने रात्रि में रामलीला का मंचन देखा।