जिलाधिकारी/जिला उपसंचालक चकबंदी अधिकारी शिवशरणप्पा जी एन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में चकबंदी कार्यों की समीक्षा बैठक की गई।

निष्पक्ष जन अवलोकन। । शिवसंपत करवरिया। चित्रकूट।बैठक में बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी ने बताया कि भू चित्र पुनरीक्षण अंतर्गत 11 ग्रामों में चकबंदी के धारा -7 के स्तर का कार्य प्रारंभ हो गया है, ग्राम औदहा, दरसेडा एवं भदेहदू बांगर में जन विरोध के कारण अभी तक कार्य शुरू नहीं हुआ है जिस पर जिलाधिकारी ने बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी को निर्देश दिए की उक्त ग्रामों में बैठक करते हुए वस्तु स्थिति की जानकारी करते हुए ग्रामवासियों से सहमति बनाकर चकबंदी कार्य प्रारंभ कराया जाए। बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी ने बताया कि वर्तमान समय में जनपद चित्रकूट में प्रथम चक्र की चकबंदी प्रारंभ है कहा कि चकबंदी कार्य एक लोक कल्याणकारी कार्य है जिसके अंतर्गत ग्रामों में चकबंदी प्रक्रिया संक्षिप्त एवं सरल तरीके से संपन्न कराया है। इसी प्रकार धारा -8 पड़ताल के स्तर पर कुल 9 ग्राम है जिसमें 02 ग्रामों में पड़ताल का कार्य चल रहा है, शेष ग्रामों के चकबन्दी कर्ता कब्जा परिवर्तन में लगे होने के कारण पड़ताल कार्य बाधित है। बैठक में ग्राम गढ़वारा में सहायक चकबंदी अधिकारी ने बताया कि जन विरोध के कारण पड़ताल का कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है, जिलाधिकारी चित्रकूट द्वारा निर्देश दिये गये कि बैठक आयोजित कर कृषको को समझाते हुये कार्य प्रारंभ किया जाए। ग्राम ऐचवारा, मिर्जापुर, डुडौली तथा महरुच व तेरा बुजुर्ग में चक सीमांकन कराया जा रहा है। जिलाधिकारी ने संबंधित उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिए की कब्जा परिवर्तन वाले ग्रामों में अपने पर्यवेक्षण में उपस्थित रहकर कब्जा परिवर्तन का कार्य कराया जाए जिससे कब्जा परिवर्तन के सत्यापन में किसी भी प्रकार की समस्या ना हो। चकबन्दी न्यायालयों में विचाराधीन मुकदमों की समीक्षा में पाया गया कि जनपद चित्रकूट में 05 वर्ष से अधिक अवधि के मुकदमें विचाराधीन नहीं है। जिलाधिकारी ने चकबंदी कार्य में लगे सभी अधिकारियों कर्मचारियों से कहा कि जो शासन द्वारा चकबंदी कार्यों के लिए समय सीमा निर्धारित की गई है उसी के अनुसार चकबंदी के कार्यों को शासन की मंशा के अनुरूप पूरा कराया जाए। बैठक में बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी मनोहर लाल वर्धन, चकबंदी अधिकारी शैलेंद्र द्विवेदी संजय शुक्ला, शरद चंद्र यादव तथा सहायक चकबंदी अधिकारी सुभाष चंद्र श्रीवास्तव, रमाकांत यादव श्यामलाल, मुन्नालाल व कल्लू एवं समस्त चकबंदी कर्ता व चकबंदी लेखपाल उपस्थित रहे।