नसीराबाद थाना अध्यक्ष ने उड़ाई “मिशन शक्ति” की धज्जियां! नाबालिग के अपहरण मामले में पुलिस की लापरवाही से हिला जनमानस

नसीराबाद थाना अध्यक्ष ने उड़ाई “मिशन शक्ति” की धज्जियां!  नाबालिग के अपहरण मामले में पुलिस की लापरवाही से हिला जनमानस

निष्पक्ष जन अवलोकन 

धीरेन्द्र कुमार 

रायबरेली।

योगी सरकार जहां एक ओर “मिशन शक्ति” के तहत महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठा रही है, वहीं दूसरी ओर जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है। रायबरेली के नसीराबाद थाना क्षेत्र में पुलिस की लापरवाही और मिलीभगत का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है।

थाना क्षेत्र के एक गांव की 16 वर्षीय नाबालिग युवती को पास के ही गांव का युवक अमित पुत्र श्रीराम, जो मुंबई में काम करता है और दीपावली पर गांव आया हुआ था, 5 अक्टूबर को बहला-फुसलाकर भगा ले गया।

पीड़िता की मां ने थाने में तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने न तो गुमशुदगी दर्ज की और न ही कोई कार्रवाई की।

पीड़िता पक्ष का आरोप है कि धनतेरस के दिन थाना अध्यक्ष ने दोनों पक्षों को थाने बुलाकर मामला रफा-दफा कर दिया और नाबालिग लड़की को आरोपी युवक के साथ भेज दिया। इससे भी बड़ी बात यह है कि अब तक आरोपी के खिलाफ किसी प्रकार का मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है।

पीड़िता की मां का कहना है,

> “मेरी बेटी को पुलिस ने बरामद करने के बाद भी आरोपी के साथ भेज दिया। मेरी बेटी नाबालिग है, फिर भी थाना अध्यक्ष ने कोई कार्रवाई नहीं की।”

वही जब इस संबंध में थाना अध्यक्ष नसीराबाद से फोन पर संपर्क किया गया तो उन्होंने केवल इतना कहा कि “मामले की जांच चल रही है।”

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह मामला मिशन शक्ति और महिला सुरक्षा की नीतियों पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। सवाल यह है कि आखिर क्यों नसीराबाद थाना अध्यक्ष ने नाबालिग के अपहरण और शोषण के इस गंभीर मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की? क्या इसी तरह बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी?

योगी सरकार के मिशन शक्ति की जमीनी सच्चाई पर अब उठ रहे हैं सवाल…