कानपुर देहात के शिवली थाना में बंद भगवान राधा कृष्ण की प्रतिमा को मिला 12 साल बाद न्याय

निष्पक्ष जन अवलोकन।
अंकित तिवारी।
कानपुर देहात जिले से एक मामला सामने आया है. यहां के एक थाने से 12 साल बाद राधा कृष्ण की प्रतिमाएं निकलीं. कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने यह दोनों प्रतिमाएं मंदिर के पुजारी को सौंप दी हैं. जिले में यह मामला बेहद चर्चा का विषय बना हुआ है. क्या था मामलाः बता दें कि शिवली थाना क्षेत्र के नौबस्ता क्षेत्र से 19 फरवरी 2013 की रात को मंदिर से 15 किलो 870 ग्राम की अष्टधातु की राधा कृष्ण की मूर्ति चोरी हो गई थी. सुबह जब मंदिर के पुजारी कृष्ण पाल सिंह को मूर्ति चोरी होने की जानकारी प्राप्त हुई तो गांव में हड़कंप मच गया था. दोनों प्रतिमाओं की काफी खोजबीन की गई लेकिन कहीं कुछ भी नहीं पता चला. पुलिस ने दर्ज की थी रिपोर्टः इसके बाद लोगो ने इसकी सूचना पुलिस को दी थी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज करते हुए जांच पड़ताल की और तत्कालीन थाना प्रभारी रूप कृष्ण त्रिपाठी व भाऊपुर चौकी इंचार्ज ने डेरापुर थाना क्षेत्र के नुनारी गांव में चोरी की घटना के अगले दिन छापा मारकर मूर्ति चोरी करने वाले आरोपी योगेश सिंह व उसके साथी सलीम को गिरफ्तार किया था. इसके बाद पुलिस ने दोनो आरोपियों के पास से मूर्ति बरामद करते हुए जेल भेज दिया था. मूर्तियां शिवली थाने के मालखाने में रखी हुई थी. पुजारी ने मूर्तियों को रिलीज करायाः इसके बाद से मंदिर के पुजारी कृष्णपाल सिंह ने मूर्ति को रिलीज कराने के लिए सीजेएम कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था. इस पर 11 जून 2025 को कोर्ट ने राधा कृष्ण की मूर्तियां मंदिर के पुजारी को सौंपने का आदेश जारी किया था. रविवार को पुजारी कोर्ट का आदेश लेकर थाने पहुंचा और पुलिस ने कागजी प्रक्रिया पूर्ण की जिसके बाद हेड कांस्टेबल कैलाश यादव ने अष्टधातु की दोनो मूर्तियां पुजारी को सौप दी. मूर्तियां मिलने पर खुशीः मूर्तियां मिलने पर लोगो ने खुशी जाहिर की है.पुजारी ने बताया की जल्द ही मंदिर की साफ सफाई कराने के बाद वैदिक मंत्रोचारण के साथ मूर्तियों की दोबारा स्थापना कराई जाएगी. साथ ही मंदिर की सुरक्षा व्यवथा भी की जाएगी।