एपीके फाइल,इन्वेस्टमेण्ट स्कैम से शिकार के 07 पीड़ित व्यक्तियों के वापस कराए गए 2 लाख 59 हजार 775 रुपये पीड़ितों के खाते में साइबर सेल चित्रकूट ने कराये वापस

एपीके फाइल,इन्वेस्टमेण्ट स्कैम से शिकार के 07  पीड़ित व्यक्तियों के वापस कराए गए 2 लाख 59 हजार 775 रुपये पीड़ितों के खाते में साइबर सेल चित्रकूट ने कराये वापस

निष्पक्ष जन अवलोकन। । शिवसंपत करवरिया। चित्रकूट।वर्तमान में बढ़ते साइबर अपराध को रोकने व आमजनमानस को इससे राहत दिलाने के उद्देश्य के तहत चलाये जा रहे अभियान के क्रम में पुलिस अधीक्षक जनपद चित्रकूट अरुण कुमार सिंह के कुशल निर्देशन में साइबर अपराध पीड़ितों को रोकथाम हेतु किये जा रहे प्रयासों के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक चित्रकूट सत्यपाल सिंह के कुशल पर्यवेक्षण में साइबर सेल प्रभारी, निरीक्षक  विनोद कुमार राय तथा उनकी टीम द्वारा लगातार सार्थक प्रयास करते हुये व्हाट्सएप में आरटीओ चालान के नाम से भेजी गयी एपीके फाइल से 07 साइबर अपराध पीड़ित व्यक्तियों के कुल 2 लाख 59 हजार 775 रुपये अथक परिश्रम कर उनके खातों में वापस कराये गये हैं। उल्लेखनीय है साइबर अपराध से पीडित 07 व्यक्तियों के साथ व्हाट्सएप में आरटीओ चालान के नाम से भेजी गयी एपीके फाइल से शिकार 07 पीड़ितो के कुल 2 लाख 59 हजार 775 रुपये की ठगी की गयी थी जिनके द्वारा साइबर सेल चित्रकूट में शिकायत की गयी साइबर सेल में नियुक्त साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार राय,आरक्षी प्रशान्त कुमार, आरक्षी सर्वेश कुमार द्वारा अथक प्रयास करके कुल 07 पीडितों के कुल 2 लाख 59 हजार 775 रुपये बरामद कराया गया। नागरिकों के जीवन में वर्तमान समय में इंटरनेट, मेल एवं सोशल मीडिया ने बड़ी जगह बना ली है, ऐसे में दिनचर्या एवं ऑफिस के कार्यों में प्रतिदिन हमें इसका उपयोग करना होता है लेकिन कुछ जालसाजों द्वारा सोशल मीडिया अकाउंट के साथ ही ईमेल अकाउंट हैक कर धनराशि मांगने की लगातार शिकायत मिल रही है इसी को लेकर चित्रकूट साइबर सेल ने नागरिकों हेतु एडवाइजरी जारी की है। फ्रॉड के तरीका वर्तमान में जालसाजों द्वारा साइबर अटैक कर आम नागरिकों के गूगल अकाउंट/जी-मेल आईडी हैक किये जा रहे हैं। हैकर द्वारा जी-मेल आईडी हैक करने के बाद पीड़ित का मोबाइल नंबर और रिकवरी ईमेल आईडी चेंज कर और अन्य फर्जी मोबाइल नंबर व ईमेल आईडी को अपडेट किया जा रहा है। ऐसा कर देने से पीड़ित अपने अकाउंट का पासवर्ड रीसेट नहीं कर पा रहे हैं। अकाउंट हैक हो जाने से पीड़ित को अपने मोबाइल हैंडसेट में सेव कॉन्टेक्ट्स दिखना बंद हो जाता है, क्योंकि पीड़ित अपने जी-मेल अकाउंट का एक्सेस खो चुका होता है। जीमेल आईडी हैक हो जाने की पश्चात हैकर द्वारा पीड़ित के गूगल ड्राइव पर सेव फोटो, वीडियो कॉन्टेक्ट्स आदि का दुरुपयोग किया जा रहा है। इसके साथ ही पीड़ित के गूगल अकाउंट को अन्यत्र वेबसाइट पर रजिस्टर कर अपराध कार्य करने हेतु भी उपयोग में लाया जा सकता है। यह सावधानी रखनी है साइबर सेल प्रभारी चित्रकूट निरीक्षक विनेद कुमार राय एवं उनकी टीम ने बताया कि अपने अकाउंट को सुरक्षित रखने के लिए अनजान नंबरों से आए हुए कॉल पर कॉलर द्वारा बताई गई बातों पर विश्वास ना करें, मोबाइल फोन में कोई भी संदिग्ध एप्लीकेशन या एपीके फाइल डाउनलोड ना करें व ही अपनी ओटीपी को अनजाने व्यक्ति से शेयर करे। ई-मेल टेक्स्ट मैसेज/व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि के मैसेज में आयी नीले रंग की लिंक (यूआरएल) पर क्लिक न करें समस्त ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के अकाउंट (जैसे गूगल, फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप आदि) पर टू-स्टेप वेरीफिकेशन ऑप्शन हमेशा इनेबल रखें। अपने गूगल अकाउंट के सिक्योरिटी कोट्स को किसी के साथ शेयर ना करें। गूगल पासवर्ड कभी भी अपना मोबाइल नंबर या अपनी जन्म दिनांक ना रखें पासवर्ड हमेशा अल्फान्यूमैरिक ही रखें। यदि आपके साथ किसी भी प्रकार का साइबर फ्रॉड/अपराध घटित होता हो जाता है तो सबसे पहले साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या cybercrime.gov.in पर साइबर पर अपनी शिकायत रजिस्टर करें।