सीएमओ कार्यालय पर एक लाख की रिश्वत का आरोप — शिकायत वापस लेने का भी दबाव सेवानिवृत्त चालक ने लगाई डीएम से गुहार, बोले– फाइल रोकने की दी धमकी
निष्पक्ष जन अवलोकन
धीरेन्द्र कुमार
रायबरेली। मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप सामने आया है। विभाग के सेवानिवृत्त वाहन चालक अशोक कुमार ने आरोप लगाया है कि सेवानिवृत्ति के बाद मिलने वाले देय भुगतान जारी करने के नाम पर उनसे एक लाख रुपये की अवैध वसूली की मांग की गई।
पीड़ित के अनुसार उन्होंने जीपीएफ, ग्रेच्युटी, अवकाश नकदीकरण और अन्य देयों के भुगतान में देरी को लेकर 26 अगस्त और 8 सितंबर 2025 को आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के बाद कार्यालय के माल बाबू और दिलीप नामक कर्मचारी ने भुगतान जारी करने के बदले रिश्वत मांगी और पैसा न देने पर फाइल रोकने की धमकी दी।
अशोक कुमार ने बताया कि 29 सितंबर 2025 को प्रशासनिक अधिकारी एवं आहरण वितरण अधिकारी देशबंधु ने उन्हें कार्यालय बुलाकर पुरानी शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया। आरोप है कि शिकायत न हटाने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी गई।
पीड़ित ने अब जिलाधिकारी से निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।