शिक्षा का प्रकाश ही गरीबी के अंधकार को कर सकता है दूर : डॉ अखलाक अहमद

बुजुर्गों का आशीर्वाद अमृत तुल्य सामान

शिक्षा का प्रकाश ही गरीबी के अंधकार को कर सकता है दूर : डॉ अखलाक अहमद

संत कबीर नगर। उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिले में बहुचर्चित समाजसेवी एवं हर दिल अजीज डॉ अखलाक अहमद ने सहारा चैरिटेबल ट्रस्ट के बैनर तले गरीब बच्चियों एवं जरूरतमंदों को निशुल्क सिलाई मशीन वितरण करने के बाद उक्त उद्गार व्यक्त करते कहा कि शिक्षा ही समाज को नई दिशा देने का कार्य कर सकती है। शिक्षा से ही गरीबी के अंधकार को हमेशा हमेशा के लिए खत्म किया जा सकता है।

.        सहारा चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक डॉ अख़लाक़ अहमद ने कहा कि समाज में फैली हुई गरीबी, अशिक्षा, और स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से जूझ रहे गरीबों को समाज के अनुकूल बनाने के प्रयास में मैं इसी प्रकार छोटे-छोटे आयोजन के माध्यम से उनका सहयोग करने की कोशिश करता रहता हूँ। जिससे कि कोई भी गरीब का बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। कोई भी गरीब इलाज से वंचित रहकर दम ना तोड़े। इतना ही नही गरीब बेटियों की शादी में भी अपना योगदान देकर मुझे बहुत संतुष्टि मिलती है। . डॉक्टर अख़लाक़ ने आगे कहा कि जहां एक तरफ गर्मियों में शीतल पेयजल की व्यवस्था वहीं दूसरी तरफ ठंडक से ठीठुर रहे लोगों के लिए ऊनी कंबल और ऊनी वस्त्र की समयानुसार व्यवस्था कर शकुन महसूस करता हूँ। वृद्धा आश्रम के एक सवाल पर डॉ अखलाक ने जवाब देते हुए कहा कि बुजुर्गों की सेवा करने में मुझे बडी ख़ुशी मिलती है,और मैं यह कार्य निस्वार्थ बिल्कुल नहीं करता। यहां मैं बुजुर्गों की सेवा कर जो उपहार ग्रहण करता हूं, वह अमूल्य है। बुजुर्गों का आशीर्वाद और प्यार मेरे लिए अमृत समान है। . डॉक्टर अखलाक ने आगे कहा कि सहारा चैरिटेबल ट्रस्ट को भारत के लगभग 14 राज्यों में जानने वाले लोग हैं। जो की संगठन से जुड़े हुए हैं। उत्तर प्रदेश के अलावा बिहार, पंजाब, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, कर्नाटक, दार्जिलिंग, सिक्किम, कश्मीर, झारखंड, हिमाचल प्रदेश आदि के अधिकतम राज्य से लोग जुड़े हुए हैं।