शिक्षा और संस्कृति के संग—इतिहास गौरव का पुनर्स्मरण
निष्पक्ष जन अवलोकन। मनीष ।
फतेहपुर, बाराबंकी।सरस्वती शिशु मंदिर इंटर कॉलेज, फतेहपुर में आज वीरांगना झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की जयंती बड़े ही हर्षोल्लास, सम्मान और राष्ट्रभावना के साथ मनाई गई। इस अवसर पर भव्य शोभायात्रा एवं आकर्षक झांकी का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य रानी लक्ष्मीबाई के अदम्य साहस, राष्ट्रगौरव और भारतीय संस्कृति के वैभव को जन-जन तक पहुँचाना था। शोभायात्रा के नगर में प्रवेश करते ही वातावरण उत्साह, ऊर्जा और गर्व की भावना से भर उठा।
कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन और वंदना के साथ हुआ। भैया-बहनों ने रानी लक्ष्मीबाई के जीवन, संघर्ष और बलिदान पर अपने विचार व्यक्त किए। इसके पश्चात शोभायात्रा आरम्भ हुई, जिसमें 795 भैया-बहनों ने घोष तथा स्काउट/गाइड वेशभूषा में अनुशासित संचलन किया। स्काउट प्रमुख आचार्य श्री कैलाश जी, गाइड प्रमुख श्रीमती रंजना जी और घोष प्रमुख आचार्य श्री विपुल जी के नेतृत्व में यह यात्रा भव्यता और अनुशासन से परिपूर्ण रही।
नगर की माता-बहनों, सम्मानित नागरिकों और वरिष्ठजनों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा कर विद्यार्थियों का स्वागत किया। “खूब लड़ी मर्दानी…” की धुन ने वातावरण को रोमांच से भर दिया। घोड़े पर सजीव रानी लक्ष्मीबाई का पराक्रमी रूप देखकर नगरवासी भावविह्वल हो उठे और उनके पराक्रम के प्रति सम्मान और भी गहरा हो गया।
विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत झांकी में ब्रिटिश सत्ता के विरुद्ध रानी लक्ष्मीबाई के अद्वितीय साहस, मातृभूमि की रक्षा के लिए लड़े गए युद्ध और उनके त्याग का अत्यंत हृदयस्पर्शी चित्रण किया गया, जिसने सभी के मन को छू लिया।
कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन विद्यालय के प्रबंधक श्री लाल बहादुर वर्मा तथा प्रधानाचार्य श्री बीरेन्द्र वर्मा जी ने संयुक्त रूप से ध्वज-पूजन एवं दीप प्रज्वलन कर किया। मुख्य मार्गों से गुजरती शोभायात्रा विद्यालय परिसर में समाप्त हुई, जहाँ “जय लक्ष्मीबाई” के जयघोष गूंजते रहे।
समाप्ति पर मिष्ठान वितरण किया गया। अभिभावकों और उपस्थित जनों ने इस आयोजन को अत्यंत प्रेरणादायक, ज्ञानवर्धक और संस्कृति-संवर्द्धन की दिशा में असाधारण प्रयास बताया।