मनरेगा में बड़ा घोटाला: फर्जी हाजिरी लगाकर सरकारी धन की लूट, मजदूरों के हक पर डाका

मनरेगा में बड़ा घोटाला: फर्जी हाजिरी लगाकर सरकारी धन की लूट, मजदूरों के हक पर डाका

निष्पक्ष जन अवलोकन। बदरूजमा चौधरी। पचपेडवा विकासखंड,  बलरामपुर अंतर्गत मनरेगा योजना में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। ग्राम पंचायत भूसहर पुरी और ऊंचवा भूसहर में मनरेगा कार्यों में सूत्र से जानकारी आई

र्जी हाजिरी लगाकर सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है। मीडिया टीम के स्थलीय निरीक्षण में जो तस्वीर सामने आई है, वह सरकारी दावों की पोल खोलती है। ग्राम पंचायत भूसहर पुरी में मनरेगा के तहत 7 मास्टर रोल पर 50 मजदूरों की ऑनलाइन अटेंडेंस दर्ज पाई गई, जबकि मौके पर मात्र 14 मजदूर ही कार्य करते हुए मिले। शेष मजदूर कागजों और ऑनलाइन सिस्टम में ही मौजूद हैं। कार्यस्थल पर वास्तविक काम न होकर पुराने फोटो से फोटो लेकर हाजिरी पूरी की जा रही है। यही नहीं, ग्राम पंचायत का पंचायत भवन लंबे समय से बंद पड़ा है और सामुदायिक शौचालय भी बंद होने के कारण ग्रामीणों को खुले में जाने को मजबूर होना पड़ रहा है, जो स्वच्छ भारत अभियान पर भी सवाल खड़े करता है। इसी प्रकार ग्राम पंचायत ऊंचवा भूसहर में भी मनरेगा कार्यों में गंभीर अनियमितताएं पाई गईं। यहां भी कार्यस्थल पर मजदूरों की वास्तविक मौजूदगी नहीं है और फोटो से फोटो लेकर फर्जी हाजिरी लगाई जा रही है। गांव का सामुदायिक शौचालय बंद है, जिससे ग्रामीण आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। बताया जाता है कि 28 नवंबर को निष्पक्ष जन अवलोकन में यह खबर प्रकाशित की गई थी, लेकिन संबंधित अधिकारियों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। आरोप है कि बीडीओ मोहित दुबे की मिलीभगत से सचिव और प्रधान आपसी साठगांठ कर मनरेगा की “मलाई काट” रहे हैं। शिकायतों के बावजूद न जांच हो रही है और न ही दोषियों पर कार्रवाई।