बुंदेलखंड क्षेत्र का प्रसिद्ध मां कालिका मंदिर मुस्करा नवरात्रि में दर्शन करने के लिए आती है लाखों की भीड़

बुंदेलखंड क्षेत्र का प्रसिद्ध मां कालिका मंदिर मुस्करा नवरात्रि में दर्शन करने के लिए आती है लाखों की भीड़

निष्पक्ष जन अवलोकन ब्यूरो अनिल कुमार मुस्करा (हमीरपुर) | स्थानीय लोगों ने बताया कि बहुत ही प्राचीन प्रसिद्ध मन्दिर है जो पूरे बुंदेलखंड के लोग नवरात्रि में दर्शन करने आते हैं जिसमें लाखों की भीड़ होती है स्थानीय लोगों की अंग्रेजों की समय से मन्दिर स्थापित है चैत्र नवरात्रि के समय प्रसिद्ध ज्वारा जुलूस निकलता है जिसमें समूचे बुंदेलखंड से लाखों की भीड़ आती है देखने के लिए बुंदेलखंडी कवि स्व. रामनारायण व्यास ने एक शताब्दी वर्ष अपनी एक रचना में कालिका देवी मंदिर का वर्णन करते हुए लिखा-'लज्जा राखि कालिका काली, नगर मुस्करा वाली, चौगिरद ताल सोहत विशाल, बगिया रसाल उर कर खासी, नारियल को डाट सिन्नी को बॉट बैठे हैं भाट झारत मंदिर, मंदिर है दो अगारी, जहां पंडिटन नै पूजा है विस्तारी, जो कुछ मुख से निकल जात है, बचन परत न खाली, लज्जा राखि कालिका काली नगर मुस्करावाली'। अंग्रेजी शासन काल में मुस्करा तहसील थी। यह कालिका देवी मंदिर एक मात्र पूरे क्षेत्र का प्रसिद्ध मंदिर था, जो आज भी उसी रूप में विख्यात है। इसी कारण विशेष कर रामनवमी में इस मंदिर में विशेष भीड़ रहती है और अनेक धार्मिक कार्यक्रम होते हैं।