“निष्पक्ष जन अवलोकन” की खबर का बड़ा असर — 18 दिन बाद नाबालिग के अपहरण का दर्ज हुआ मुकदमा, थानाध्यक्ष ने की ताबड़तोड़ कार्रवाई

निष्पक्ष जन अवलोकन
धीरेन्द्र कुमार
रायबरेली।
निष्पक्ष जन अवलोकन में प्रकाशित खबर का बड़ा असर सामने आया है। नसीराबाद थाना पुलिस, जो अब तक 18 दिन से नाबालिग युवती की गुमशुदगी पर चुप्पी साधे बैठी थी, आखिरकार हरकत में आ गई है। नसीराबाद थानाध्यक्ष ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 की धारा 137(2) व 87 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
मामला नसीराबाद थाना क्षेत्र के एक गांव का है, जहां की रहने वाली नाबालिग युवती को गांव के ही अमित सरोज पुत्र श्रीराम बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया था। परिजनों ने बार-बार थाने के चक्कर लगाए, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
सूत्रों के अनुसार, 18 अक्टूबर को थानाध्यक्ष ने दोनों पक्षों को बुलाकर आपसी समझौते के बाद नाबालिग लड़की को युवक के साथ भेज दिया था।
मामला समाचार माध्यमों में आने और निष्पक्ष जन अवलोकन द्वारा रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद पुलिस ने फौरन कार्रवाई शुरू की। थानाध्यक्ष ने मुकदमा दर्ज कर दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ के दौरान लड़की ने अपने माता-पिता के साथ रहने से इनकार कर दिया। इसके बाद थाना अध्यक्ष ने लड़की को नारी शिक्षा निकेतन भेज दिया और लड़के को जेल भेज दिया।
इस कार्रवाई से क्षेत्र में पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहे सवालों को लेकर अब नई चर्चा शुरू हो गई है। लोग अब यह भी कह रहे हैं कि अगर मीडिया ने आवाज न उठाई होती, तो शायद न्याय नहीं मिलता।