मनरेगा में फर्जी हाजिरी का बड़ा खुलासा — अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहा है भ्रष्टाचार

मनरेगा में फर्जी हाजिरी का बड़ा खुलासा — अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहा है भ्रष्टाचार

निष्पक्ष जन अवलोकन। विकासखंड पचपेड़वा, बलरामपुर में मनरेगा कार्यों में भारी अनियमितताओं का एक और बड़ा मामला सामने आया है। सूत्रों के अनुसार कई ग्राम पंचायतों में ऑनलाइन हाजिरी सिस्टम का दुरुपयोग करते हुए मजदूरों की फर्जी उपस्थिति दर्ज की जा रही है, जबकि मौके पर एक भी मजदूर काम करता नहीं मिला। पहला मामला विकासखंड पचपेड़वा के एक ग्राम पंचायत में सामने आया, जहां 4 मास्टर रोल में 40 मजदूरों की ऑनलाइन हाजिरी दर्ज पाई गई, लेकिन निरीक्षण में कार्यस्थल पूरी तरह खाली मिला। यह स्पष्ट संकेत है कि मास्टर रोल फर्जी तरीके से भरा जा रहा है। दूसरा मामला ग्राम पंचायत भूसा हार पूरई का है, जहां 7 मास्टर रोल में 48 मजदूरों की ऑनलाइन हाजिरी चढ़ाई गई। लेकिन मौके पर न मजदूर मिले, न कोई कार्य प्रगति पर पाया गया। फोटो से फोटो लेकर उपस्थिति दर्ज करने का गंभीर आरोप ग्रामीणों ने लगाया है। तीसरा मामला ग्राम पंचायत ऊंचवा भूसहर का है। यहां भी चार मास्टर रोल की ऑनलाइन अटेंडेंस पाई गई, जबकि वास्तविकता में स्थल पर कोई श्रमिक मौजूद नहीं था। इन लगातार उजागर हो रहे मामलों से साफ होता है कि संबंधित अधिकारियों की मिलीभगत के बिना इतने बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा संभव नहीं है। स्थानीय लोग आरोप लगा रहे हैं कि अधिकारी, तकनीकी सहायक और कुछ ग्राम पंचायत प्रतिनिधि मिलकर मजदूरों की मेहनत की कमाई पर डाका डाल रहे हैं। ग्रामीणों ने प्रधान सचिव और जिले के शीर्ष अधिकारियों से तत्काल कार्रवाई की मांग की है, ताकि मनरेगा जैसी महत्वपूर्ण योजना का लाभ वास्तव में जरूरतमंद मजदूरों तक पहुंच सके।