ठोस अपशिष्ट विकेंद्रीकरण: वार्ड स्तरीय कार्यशाला आयोजन:

निष्पक्ष जन अवलोकन। । शिवसंपत करवरिया। चित्रकूट।ठोस अपशिष्ट विकेंद्रीकरण: वार्ड स्तरीय कार्यशाला आयोजन: नगर पंचायत अध्यक्ष संजीव मिश्रा जी और अधिशासी अधिकारी फूल चंद यादव जी के निर्देशन में जिला कार्यक्रम प्रबंधक शिवा कुमार द्वारा आयोजित। प्रतिभागी: स्वच्छ वातावरण प्रोत्साहन समिति के अध्यक्ष संजय देवी, समिति के सदस्य, और अन्य स्थानीय निवासी। साथ ही, समस्त सफाई नायक व कर्मचारी गण भी उपस्थित रहे। प्रमुख विषय: गीला और सूखा कूड़ा पृथक्करण: कचरा प्रबंधन को अधिक कुशल और प्रभावी बनाने के लिए गीले और सूखे कूड़े को अलग-अलग एकत्रित करने के महत्व पर ज़ोर दिया गया। गीले कचरे को हरे डस्टबिन में और सूखे कचरे को नीले डस्टबिन में कचरे की गाड़ी में डालने का अनुरोध किया गया। कचरे का पृथक्करण: एक आवश्यक प्रक्रिया कचरे का पृथक्करण एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जिसमें विभिन्न प्रकार के कचरे को अलग-अलग श्रेणियों में विभाजित किया जाता है: जैविक कचरा (हरे डस्टबिन में): खाने के अवशेष, फल और सब्जियों के छिलके आदि। अजैविक कचरा (नीले डस्टबिन में): प्लास्टिक, कागज़, गत्ता आदि। खतरनाक कचरा: बैटरी, पारा युक्त वस्तुएं आदि। (इनके निपटान के लिए विशेष निर्देशों का पालन करें।) कचरे के पृथक्करण के लाभ: बेहतर कचरा प्रबंधन: पृथक्करण से कचरे का निपटान आसान होता है। पर्यावरण संरक्षण: प्रदूषण में कमी आती है। रीसाइक्लिंग और रीयूज: संसाधनों की बचत होती है। खाद निर्माण (अधिशासी अधिकारी/उप जिला अधिकारी फूल चंद यादव जी द्वारा): घरों में गीले कचरे से खाद बनाने के सरल तरीकों और इसके लाभों (कचरे का पुन: उपयोग, पर्यावरण संरक्षण, उर्वरक लागत में कमी) के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबंध: सिंगल यूज प्लास्टिक के हानिकारक प्रभावों और पर्यावरणीय प्रदूषण पर चर्चा की गई। लोगों को इसके उपयोग को रोकने और विकल्प अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। शासकीय हेल्पलाइन नंबर: स्वच्छता संबंधी शिकायतों और सुझावों के लिए टोल फ्री नंबर 1533 और 14420 की जानकारी प्रदान की गई। साथ ही, अन्य महत्वपूर्ण जानकारियाँ भी साझा की गईं। अपील: सभी नागरिकों से इस स्वच्छता अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने और शहर को स्वच्छ बनाने में योगदान देने का आग्रह किया गया। "आओ बनाए एक बेहतर कल" के संदेश के साथ कार्यशाला का समापन हुआ।