गौवंशों के रखरखाव व प्रबंधन में न हो कोई लापरवाही रैण्डम आधार पर निरीक्षण व्यवस्थाएं सुनिश्चित करायें अधिकारी:डीएम
गौशालाओं में भोजन, पानी, ठण्ड सेे बचाव सहित बीमार पशुओं को अलग शेड में रखने के दिये निर्देश
*हरा चारा बोआई के लिए गौशालाओं के आसपास चारागाह की भूमि तलाशे बीडी,,जनपद में क्रय केन्द्रों की कार्यप्रणाली, उठान व भुगतान सहित उर्वरकों की उपलब्धता पर प्रतिदिन रिपोर्ट करने हेतु डीडी एजी को दिये निर्देश,,,जनपद की अपेक्षित बस्तियों व मजरों को चिन्हित कर 1 जनवरी तक विकास कार्यों के प्रस्ताव उपलब्ध कराने हेतु खण्ड विकास अधिकारियों को दिये निर्देश,, ----------------------------------------------------- निष्पक्ष जन अवलोकन। अरविन्द कुमार पटेल। ललितपुर। जनपद में_जिलाधिकारी सत्य प्रकाश ने सोमवार को जनपद की गौशालाओं के संचालन, गौवंशों के प्रबंधन, ठण्ड से बचाव सहित भोजन पानी की उपलब्धता सहित अन्य सभी व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए नोडल अधिकाधिकारियों व सभी लाइन विभागों के साथ कलैक्ट्रेट सभागार में बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। साथ ही अपेक्षित बस्तियों व मजरों में विकास कार्यों व सरकारी योजनाओं के अच्छादन हेतु एक जनवरी तक प्रस्ताव भी मांगे।_ जिलाधिकारी ने सभी नोडल अधिकारियों सहित उप जिलाधिकारी, तहसीलदार व खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि रैण्डम आधार पर गौशालाओं का निरीक्षण कर गौशालाओं में भूसा, हरा चारा, चोकर, चूनी। , साईजेल, पानी आदि की उपलब्धता, बीमार पशुओ के लिए अलग शेड सहित सभी व्यवस्थाओं की स्थलीय सत्यापन करें। , स्टॉक रजिस्टर मेन्टेन करायें, साथ ही बीमार पशुओं को अलग शेड में रखकर उपचार की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि जहां अलग शेड उपलब्ध नहीं है, वहां अस्थायी शेड की व्यवस्था करायी जाए। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिये कि कार्यदायी विभागों के जूनियर इंजीनियरों से गौशालों का सर्वे कराकर ढलान की स्थिति के अनुसार तालाबों का निर्माण करायें, जिससे गर्मी के मौसम में भी पर्याप्त पानी की उपलब्धता रहे। साथ ही तालाबों के किनारे सघन वृक्षारोपण भी करायें और प्रत्येक पौधे के लिए शासनादेश के अनुसार अनुरक्षण श्रमिक भी रखे जायें। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि जिन गौशालाओं में भूूमि के अभाव में हरे चारे की बुआई नहीं की जा रही है, वहां आसपास चारागाह की भूमि को अगली बैठक से पहले चिन्हित करें। ताकि वहां हरे चारे की बुआई सुनिश्चित करायी जा सके। बैठक में जिलाधिकारी ने एक-एक कर सभी नोडल अधिकारियों से गौशालाओं में उपलब्ध व्यवस्थाओं की समीक्षा की, जिसमें नोडल अधिकारियों द्वारा किये गए निरीक्षणों की रिपोर्ट के आधार पर जानकारी दी गई। उपरोक्त के अलावा जिलाधिकारी ने जनपद के क्रय केन्द्रों पर मूंगफली उठान, भुगतान व दुकानों पर उर्वरकों की उपलब्धता की समीक्षा करते हुए उप निदेशक कृषि को निर्देश दिये कि प्रतिदिन मूंगफली उठान, भुगतान व उर्वरक की उपलब्धता की निगरानी करें और शाम को रिपोर्ट उपलब्ध करायें। किसी भी दशा में पेन्डेंसी नहीं रहनी चाहिए अन्यथा कार्यवाही की जाएगी। जिलाधिकारी ने जनपद के दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार की प्रमुख कल्याणकारी योजनाओं के आच्छादन की समीक्षा की, उन्होंने दौरान उप निदेशक कृषि को फार्मर रजिस्ट्री की ग्राम पंचायतवार सूची, आयुष्मान योजना के ऐसे लाभार्थी जिनका कार्ड नहीं बना है, उनकी सूची जिला पंचायत राज अधिकारी को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये, साथ ही डीपीआरओ को अपने माध्यम से इन सूचियों को ग्राम प्रधानों को उपलब्ध कराते हुए ऐसे छूटे हुए परिवारों की मैपिंग कराने के निर्देश दिये, ताकि उन्हें योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके। जिलाधिकारी ने सभी खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि एक जनवरी तक सम्पर्क मार्ग या चक रोड से वंचित सभी मजरों और उपेक्षित बस्तियों को चिन्हित कर प्रस्ताव उपलब्ध करायें ताकि वित्तीय वर्ष समाप्त होते होते विकास कार्य कराये जा सकें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी शेषनाथ चौहान, पीडी डीआरडीए दीपक यादव, उप जिलाधिकारी सदर मनीष कुमार, सीवीओ डॉ भगवान सिंह, डीपीआरओ कुॅवर सिंह यादव, उप निदेशक कृषि, एआर कोपरेटिव, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, पशु चिकित्सक व अन्य लाइन विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे। -------------------------------------------------