महशिवरात्रि के मौके पर कारीगांव में भव्य आध्यत्मिक कार्यक्रम का आयोजन

महशिवरात्रि के मौके पर कारीगांव में भव्य आध्यत्मिक कार्यक्रम का आयोजन

निष्पक्ष जन अवलोकन।

अनिल तिवारी।

भदोही। गोपीगंज क्षेत्र के कारीगॉव जाजापुर में महाशिवरात्रि महापर्व के मौके पर परमहंस शिव त्रिजटा अघोरी के नेतृत्व में रात्रि में भव्य आध्यत्मिक कार्यक्रम 'परमात्मा के साथ एक रात' का आयोजन किया जायेगा। जहां पर भगवान शिव की आराधना, शिव तांडव, मैडिटेशन, दीक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। इस दौरान 61 शिष्यों में से 5 शिष्यों को अपूर्ण शून्य से शून्य की साधना की दीक्षा दीं जाएगी। इस कार्यक्रम में दूर दूर से लोग भी शामिल होंगे। विदित हो कि पिछले वर्ष भी महाशिवरात्रि के मौके पर इसी तरह का आयोजन किया गया था। परमहंस शिव त्रिजटा अघोरी ने बताया कि महाशिवरात्रि की रात शिव पार्वती का विवाह नहीं बल्कि परमात्मा के मिलन और जानने की रात हैं। कहा कि जिस तरह लोग भगवान शिव को नशेड़ी मानते हैं वे पूरी तरह गलत हैं भगवान शिव नशा में रहते है लेकिन भांग के नशा में नहीं बल्कि स्वयं की नशा में, भगवान के भक्ति की नशा में, विश्व कल्याण की नशा में। परमहंस ने बताया कि भगवान शिव की भक्ति नशामुक्त होनी चाहिए। भगवान शिव को लोग अर्धगी समझते हैं लेकिन अर्धांगि का मतलब यह हैं कि जिनके आधे अंग में मां पार्वती का वास हैं। भगवान शिव कभी भी नशा न किये हैं और न कही इसका वेद पुराण में उल्लेख है। जो लोग शिव भक्ति के नाम पर नशा करते हैं वे पूरी तरह गलत है। धर्म का मतलब धारण करना होता हैं, सच्चा धार्मिक वहीं होता हैं जो नशा से मुक्त रहकर भगवान शिव की आराधना करता हैं। महाशिवरात्रि के मौके पर आयोजित कार्यक्रम की तैयारी पूरी की जा चुकी हैं।