भाजपा की घबराहट साफ़ दिखी कांग्रेस नेताओं को हाउस अरेस्ट कर लोकतंत्र का किया खुला अपहरण
निष्पक्ष जन अवलोकन
प्रमोद सिन्हा
गाजीपुर।जब-जब भाजपा सत्ता के नशे में घबराती है, तब-तब लोकतंत्र को कुचलने के लिए पुलिस का सहारा लेती है। गाजीपुर में आज यही नज़ारा देखने को मिला, जहाँ शांतिपूर्ण और संवैधानिक तरीके से विरोध कर रही कांग्रेस को भाजपा सरकार ने दमन और बल प्रयोग से रोकने का शर्मनाक प्रयास किया। नेशनल हेराल्ड मामले में गांधी परिवार को झूठे, मनगढ़ंत और राजनीतिक बदले की भावना से फँसाए जाने के विरोध में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के आह्वान पर जिला एवं शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा भाजपा कार्यालय घेराव का कार्यक्रम तय था। लेकिन भाजपा सरकार के इशारे पर पुलिस प्रशासन ने बीती रात से ही कांग्रेस के दर्जन भर नेताओं को हाउस अरेस्ट कर लिया, ताकि आवाज़ दबाई जा सके। इसके बावजूद जिला अध्यक्ष सुनील राम एवं शहर अध्यक्ष संदीप विश्वकर्मा के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता बैनर लेकर भाजपा कार्यालय की ओर बढ़े, लेकिन छावनी लाइन स्थित कार्यालय के पास भारी संख्या में सशस्त्र पुलिस तैनात कर कांग्रेस नेताओं को बलपूर्वक रोका गया और कई को हिरासत में लेकर कोतवाली बैठा दिया गया। इस मौके पर जिलाध्यक्ष सुनील राम ने कहा, “यह भाजपा की बौखलाहट का जीता-जागता प्रमाण है। कई वर्षों से ईडी, सीबीआई और पुलिस के दम पर कांग्रेस को डराने की कोशिश की जा रही है, लेकिन भाजपा भूल गई है कि कांग्रेस डरने वाली नहीं है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी को झूठे मामलों में फँसाकर भाजपा अपनी नाकामी छिपाना चाहती है।” उन्होंने कहा कि महँगाई, बेरोज़गारी, किसानों की बदहाली और संविधान पर हमले से ध्यान भटकाने के लिए मोदी सरकार विपक्ष पर दमनात्मक कार्रवाई कर रही है, लेकिन कांग्रेस देश की सड़कों पर उतरकर भाजपा के झूठ का पर्दाफाश करेगी। शहर अध्यक्ष संदीप विश्वकर्मा ने कहा,“यह लोकतंत्र नहीं, भाजपा की तानाशाही है। शांतिपूर्ण विरोध से डरकर हाउस अरेस्ट और गिरफ्तारियाँ कराना यह साबित करता है कि भाजपा को जनता की अदालत से डर लगने लगा है।” जिला प्रवक्ता अजय श्रीवास्तव ने तीखा हमला बोलते हुए कहा, “भाजपा सरकार गांधी परिवार को झूठे और मनगढ़ंत केसों में फँसाकर राजनीतिक प्रतिशोध निकाल रही है। विरोध के डर से कांग्रेस नेताओं को हाउस अरेस्ट कराना पूरी तरह असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक है। भाजपा सत्ता के बल पर लोकतंत्र को कुचलना चाहती है, लेकिन कांग्रेस हर कुर्बानी देने को तैयार है।” उल्लेखनीय है कि गाजीपुर पुलिस ने पूर्व विधायक अमिताभ अनिल दुबे, जिला प्रवक्ता अजय कुमार श्रीवास्तव, युवा अध्यक्ष धर्मेंद्र, मंसूर जैदी सहित दर्जनों कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को बीती रात से ही हाउस अरेस्ट कर रखा था। वहीं भाजपा कार्यालय घेराव के दौरान जिलाध्यक्ष सुनील राम, शहर अध्यक्ष संदीप विश्वकर्मा, चंद्रिका सिंह, महबूब निशा, रईस अहमद, आलोक यादव, आशुतोष गुप्ता, किरण, नजमा, लाडली, रुखसाना, अफसाना, हामिद अली राघवेंद्र चतुर्वेदी एवं देवेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर कोतवाली ले जाया गया। विरोध को प्रदर्शन करने वालों में प्रमुख रूप से यह आईसीसी सदस्य रविकांत राय पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ मार्कंडेय सिंह राघवेंद्र सतीश उपाध्याय ज्ञान प्रकाश सिंह मुन्ना राशिद सदानंद गुप्ता प्रवीण दुबे आदि लोग रहे। कांग्रेस पार्टी स्पष्ट चेतावनी देती है कि दमन, गिरफ्तारी और हाउस अरेस्ट से न कांग्रेस रुकेगी, न गांधी परिवार की सच्चाई दबेगी। यह संघर्ष अब सड़क से सदन तक और तेज़ होगा।