फर्जी मनरेगा का खेल! ग्राम पंचायत मनोहरपुर में चल रहा ऑनलाइन हेरफेर – मजदूरों के नाम पर हो रही लूट
निष्पक्ष जन अवलोकन। विकासखंड पचपेड़वा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत मनोहरपुर में मनरेगा योजना में भारी फर्जीवाड़े का मामला उजागर हुआ है। ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार पंचायत में मजदूरों की उपस्थिति ऑनलाइन दिखाई जा रही है, जबकि मौके पर कोई मजदूर काम करता नहीं दिखा। सूत्रों से पता चला है कि पंचायत में तीन मास्टर रोल बनाए गए हैं, जिनमें लगभग 29 मजदूरों की ऑनलाइन अटेंडेंस प्रतिदिन लगाई जा रही है। वास्तविकता यह है कि न तो मजदूरों को कोई कार्यस्थल पता है और न ही किसी को मजदूरी का भुगतान मिला है। इस पूरे मामले की जानकारी मिलने पर संवाददाता ने जांच के लिए संपर्क करने की कोशिश की। संवाददाता ने मोहित दुबे से दूरभाष पर संपर्क साधने की कोशिश की, लेकिन कॉल बजते-बजते काट दी गई, जिससे मामले पर उनकी प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी। ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत में बैठे कुछ जिम्मेदार और रोजगार सेवक मिलकर मजदूरों के नाम पर सरकारी धन का दुरुपयोग कर रहे हैं। लोगों का आरोप है कि जो राशि मजदूरों की मजदूरी में जानी चाहिए, वह भ्रष्ट तंत्र की जेब में जा रही है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि तत्काल जांच टीम गठित कर पूरे मामले की जमीनी सत्यता की जांच की जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो। यह मामला केवल मनोहरपुर पंचायत का नहीं है, बल्कि पचपेड़वा ब्लॉक के कई गांवों में मनरेगा योजनाओं की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।