गरीबों का हक लूटा गया – कोटेदार की मनमानी ने पेट पर मारी लात

गरीबों का हक लूटा गया – कोटेदार की मनमानी ने पेट पर मारी लात

निष्पक्ष जन अवलोकन। ग्राम पंचायत बिशनपुर विश्राम, विकासखंड पचपेड़वा, जनपद बलरामपुर। गरीबों का राशन गरीबों तक नहीं पहुँच रहा — गाँव का कोटेदार इरफान अपनी मनमानी और भ्रष्टाचार से गाँव के निर्धन परिवारों की थाली से निवाला छीन रहा है। सूत्रों के अनुसार कोटेदार अंगूठा लगवाने के बाद बायोमेट्रिक ट्रांजेक्शन पूरा दिखाकर राशन कार्ड अपने पास रख लेता है और आधा-अधूरा राशन ही देता है। बाकी का गल्ला अपनी दबंगई और धमकी के बल पर रोक लेता है। अंत्योदय कार्ड धारकों को मिलने वाला पूरा राशन और चीनी भी नहीं दी जा रही। एक कार्ड पर 3 किलो चीनी का प्रावधान है, लेकिन इरफान महज डेढ़ या दो किलो देकर शेष हिस्सा नेपाल की ओर जंगल के रास्ते भेज देता है। ग्रामीणों का कहना है कि “हम दिन भर मजदूरी करते हैं, शाम को पेट भरने की उम्मीद में राशन की दुकान पर जाते हैं, पर वहाँ भी भूख मिलती है।” तीन महीने से गरीब परिवारों को पूरा राशन नहीं मिल पा रहा है। बच्चे भूख से तड़प रहे हैं, महिलाएँ राशन कार्ड लेकर कई बार कोटेदार के चक्कर काट चुकी हैं, लेकिन सुनवाई नहीं। शिकायत करने पर कोटेदार धमकी देता है कि “नाम कटवा दूँगा, राशन बंद करवा दूँगा।” संवाददाता ने जब इस पूरे मामले पर सप्लाई इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार से दूरभाष पर संपर्क करने की कोशिश की, तो फोन की घंटी बजने के बाद काट दी गई, पर कॉल रिसीव नहीं हुआ। 7 नवंबर को निष्पक्ष जन अवलोकन ने इस खबर को प्रकाशित किया था, लेकिन अब तक किसी अधिकारी ने जाँच की जहमत नहीं उठाई। सवाल यह है कि जब गरीबों की थाली से निवाला चोरी हो रहा है, तो प्रशासन चुप क्यों है? आखिर कब तक भूख से लड़ते रहेंगे बिशनपुर विश्राम के गरीब लोग?