मनरेगा में फर्जी हाजिरी का खेल, गरीबों का हक निगल रहे अधिकारी
निष्पक्ष जन अवलोकन।बदरूजमा चौधरी ।
विकासखंड पचपेडवा (बलरामपुर)के ग्राम पंचायत भैंसहवा में मनरेगा योजनाओं में खुलेआम फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पांच मास्टर रोल पर करीब 45 मजदूरों की ऑनलाइन हाजिरी दर्ज की गई है, जबकि मौके पर वास्तविकता कुछ और ही नजर आती है। ग्रामीणों ने बताया कि पुरानी फोटो और फोटो से फोटो लेकर उपस्थिति दर्ज की जाती है। रोजगार सेवक, न तो कार्यस्थल पर समय से पहुंचते हैं, और न ही मजदूरों की मौजूदगी की पुष्टि करते हैं। मापन (मेजरमेंट) सिर्फ कागजों पर करवाया जाता है, और उसी आधार पर एबी (अटेंडेंस बुकिंग) ऑनलाइन चढ़ा दी जाती है। ग्रामीणों का कहना है कि जब भी कोई मीडिया या आमजन मौके पर जांच करने पहुंचता है, तो अधिकारियों की मिलीभगत से सबकुछ सही दिखाने की कोशिश की जाती है। पर हकीकत यह है कि मजदूरों की जगह नाम मात्र की उपस्थिति दिखाई जाती है, जिससे सरकारी धनराशि को लूटा जा रहा है। ग्राम पंचायत स्तर पर प्रधान, सचिव और रोजगार सेवक आपस में मिलीभगत कर बंदरबांट कर रहे हैं, और गरीब मजदूरों को उनका हक नहीं मिल पा रहा है। यह खेल सिर्फ भैंसहवा तक सीमित नहीं, बल्कि पचपेडवा विकासखंड के कई ग्राम पंचायतों में बड़े पैमाने पर फर्जी हाजिरी का यह गोरखधंधा जारी है।