ग्राम पंचायत परसोहिया की गौशाला में भूख-प्यास से तड़प रहीं गौमाताएं, जिम्मेदार अधिकारी मौन

ग्राम पंचायत परसोहिया की गौशाला में भूख-प्यास से तड़प रहीं गौमाताएं, जिम्मेदार अधिकारी मौन

निष्पक्ष जन अवलोकन। विकासखंड बढ़नी जनपद सिद्धार्थनगर अंतर्गत ग्राम पंचायत परसोहिया की गौशाला की स्थिति बेहद दयनीय होती जा रही है। यहां भूख और प्यास से तड़प रहीं गौमाताओं की लगातार हो रही मौतें प्रशासनिक लापरवाही की पोल खोल रही हैं। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि गौशाला में न तो चारे की समुचित व्यवस्था है और न ही पीने के पानी की। कई दिनों से गौमाताएं बिना भोजन और जल के पड़ी हुई हैं। इस भीषण लापरवाही पर न तो प्रधान ध्यान दे रहे हैं और न ही संबंधित अधिकारी। “निष्पक्ष जन अवलोकन” द्वारा इस मुद्दे पर 28 अक्टूबर और 3 नवंबर को समाचार प्रकाशित किए गए थे, लेकिन आज तक जिम्मेदारों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। संवाददाता द्वारा बार-बार अधिकारियों से दूरभाष पर संपर्क करने की कोशिश की गई, परंतु हर बार यही जवाब मिला – “तुम ही आकर गौशाला चलाओ।” इसी बीच ग्राम पंचायत के प्रधान का भी गैर-जिम्मेदाराना बयान सामने आया है। प्रधान का कहना है – “अगर इतना ही चिंता है तो खुद जाकर गौशाला संभाल लो, नहीं तो जैसा चल रहा है वैसा चलता रहेगा।” ग्रामीणों ने मांग की है कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कर दोषी अधिकारियों एवं ग्राम प्रधान पर कड़ी कार्रवाई की जाए। लगातार प्रकाशित हो रही खबरों के बावजूद प्रशासनिक तंत्र की खामोशी सवाल खड़े कर रही है — आखिर कब तक गौमाताएं भूख और प्यास से मरती रहेंगी और जिम्मेदार अधिकारी मौन रहेंगे?