सामुदायिक सुरक्षा योजना के अन्तर्गत 'सृजन' कार्यक्रम एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित कर ‘सृजन’ कार्यक्रम का किया शुभारंभ
निष्पक्ष जन अवलोकन सोनू वर्मा सिंगरौली/पुलिस मुख्यालय भोपाल म.प्र. के निर्देशानुसार एवं पुलिस अधीक्षक श्री मनीष खत्री के मार्गदर्शन में व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री शिव कुमार वर्मा की उपस्थिती में सामुदायिक सुरक्षा योजना के अन्तर्गत सृजन कार्यक्रम का एक दिवसीय प्रशिक्षण पुलिस अधीक्षक कार्यालय के रुस्तमजी क्रॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित किया गया।* *"सृजन" अभियान का मुख्य उद्देश्य –* 'सृजन' कार्यक्रम अभियान का मुख्य उद्देश्य है कि, समुदाय आधारित बालिका व महिला सुरक्षा हेतु संचालित एक विशिष्ट योजना है इसके अंतर्गत समाज के कमजोर वर्ग, झुग्गी झोपडी तथा बस्तिओं में सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर स्थानीय पुलिस थानों के तत्वाधान में सृजन समितिया निर्मित की गई है। ये सृजन समितिया 12 से 20 वर्ष के आयुवर्ग के बालिकाओं तथा बालकों को एक माह का प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वास्थ्य सुरक्षा, कानून का ज्ञान, मानव अधिकारों की समझ तथा भविष्य निर्माण की स्वावलंबी योजनाओं, उच्च शिक्षा तथा कौशल विकास इत्यादि के संबंध में मार्गदर्शन प्रदान करती हैं। इस योजना के अंतर्गत थानों की महिला कर्मचारियों को “पुलिस दीदी” के रूप में इन समितियों से समन्वय करने की जिम्मेदारी दी गई है ताकि समुदाय में होने वाली किसी भी प्रकार की हिंसा, घरेलू हिंसा, बाल विवाह, बालश्रम तथा अन्य जेन्डर आधारित हिंसा पर समुदाय में स्थित बालक बालिकाए शीघ्रता से पुलिस के संपर्क में आकर पुलिस की सहायता प्राप्त कर सकें और वे स्वयं भी समुदाय में एक एजेन्ट के तौर पर “यूथ पुलिस वॉलेंटियर” के रूप में समुदाय की सुरक्षा, महिला सुरक्षा तथा बाल सुरक्षा में अपना योगदान दे सके। *इस योजना के अंतर्गत प्रदेश में विभिन्न जिलो में सृजन कार्यक्रम कियाशील है तथा विभिन्न सामाजिक संस्थाए इससे जुडी हुई हैं। इस योजना के अंतर्गत वर्तमान में 3000 बालिकाए तथा 750 बालक भोपाल में 500 बालक व बालिकाए इंदौर में, 300 बालक एवं बालिकाए खंडवा में तथा 200 बालक एवं बालिकाए झाबुआ में इस योजना से लाभावित हुये हैं।* उपरोक्त सामुदायिक सुरक्षा कार्यक्रम में माननीय उच्च न्यायालय मध्यप्रदेश की किशोर न्याय समिति तथा माननीय सर्वोच्च न्यायालय की किशोर न्याय समिति द्वारा वर्ष 2023 में बेस्ट प्रेक्टिस इन चाइल्ड सेपटी के रूप में इसे मान्यता दी है। इसी प्रकार यूनिसेफ द्वारा भी इस योजना को नेशनल बेस्ट प्रेक्टिस के रूप में मान्यता देते हुये इसमें कार्यरत सामाजिक संस्थाओं को सहायता प्रदान की है और इसे आगे बढ़ाने में भी योगदान दिया है। वर्ष 2023 में यूएन वूमेन द्वारा इस योजना को ग्लोबल फेयर बेस्ट प्रेक्टिस के रूप में पुरस्कृत किया गया है। वर्ष 2024 में अक्टूबर माह में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर संचालित इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ चीफ्स ऑफ पुलिस (आई०ए०सी०पी०) द्वारा इस योजना को बेस्ट लीडरशिप इन कम्युनिटी पुलिसिंग का पुरस्कार भी मध्यप्रदेश पुलिस को प्रदान किया गया है। उक्त एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में महिला सुरक्षा शाखा प्रभारी डीएसपी श्री अरुण सोनी, नगर पुलिस अधीक्षक विन्ध्यनगर श्री पी.एस.परस्ते, उप निरीक्षक प्रीती साकेत, उप निरीक्षक रुपा अग्निहोत्री, महिला थाना प्रभारी उप निरीक्षक प्रियंका शर्मा, उप निरीक्षक शितला यादव व थाना चौकी व पुलिस अधीक्षक कार्यालय की महिला प्रधान आरक्षक व महिला आरक्षक उपस्थित रही।