रातभर 'पी' से चैटिंग सुबह बाथरूम में ऐसे हाल में मिली युवती खून से लिखा मिला चाचू
निष्पक्ष जन अवलोकन।
अंकित तिवारी।
कानपुर देहात।जिले के मूसानगर में एक युवती बाथरूम में लहूलुहान मिली। रात भर मोबाइल पर 'पी' नाम के किसी अनजान के साथ चैटिंग के बाद गुरुवार सुबह युवती खून से लथपथ बाथरूम में मिली। युवती के दोनों हाथ और गले में कटे होने के घाव थे, जिनसे खून बह रहा था। नजदीक ही खून से सना ब्लेड भी मिला है। युवती अपने चाचा के घर पर रहती है। बाथरूम की दीवार पर खून से चाचू भी लिखा मिला है।पुलिस और फॉरेंसिक टीम जांच कर रही है। घटना मूसानगर थाना इलाके की है। अपर पुलिस अधीक्षक राजेश पांडेय का कहना है कि प्रथम दृष्टयता मामला प्रेम प्रसंग का लग रहा है। युवती की ओर से सुसाइड का प्रयास भी हो सकता है। मामले की जांच की जा रही है। फिलहाल युवती का हैलट में इलाज चल रहा है। मूसानगर के एक गांव निवासी 19 वर्षीय युवती बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा है। वह अपने घर से कुछ दूरी पर स्थित ट्रक चालक चाचा के घर छोटी बहन के साथ रहकर पढ़ाई करती है।
बड़ी बहन को खून से लथपथ देख चीख पड़ी युवती,
इसी घर में युवती के चचेरे चाचा भी रहते हैं। बुधवार को सगे चाचा ट्रक लेकर बाहर गए थे। चचेरे चाचा रात को घर के बाहर सो रहे थे। भीतर सिर्फ दोनों बहनें ही थीं। गुरुवार सुबह लगभग 5:30 बजे छोटी बहन बाथरूम में गई तो वहां बड़ी बहन को खून से लथपथ देख चीख पड़ी। जानकारी होने पर परिवार के अन्य लोग व पुलिस भी पहुंच गई। युवती को तत्काल अस्पताल ले जाया। वहां से उसे गंभीर हालत में हैलट रेफर कर दिया गया।
वीडियो कॉल और चैटिंग में अश्लील शब्दों का भी इस्तेमाल,
थाना प्रभारी एसएन सिंह ने बताया कि युवती के फोन पर पी नाम से सेव नंबर पर बुधवार रात नौ बजे से चैटिंग व वीडियो कॉल शुरू हुई, जो रुक-रुककर गुरुवार सुबह 3:45 बजे तक चलती रही। बीच में कई बार वीडियो कॉलिंग भी की गई। इसके बाद सुबह वह बाथरूम में पड़ी मिली। चैटिंग के दौरान अश्लील शब्दों का भी प्रयोग किया गया है। फिलहाल हर बिंदु पर जांच की जा रही है। बाहर सो रहे चचेरे चाचा से भी पूछताछ की जा रही है।
आंगन व सीढ़ियों पर खून के धब्बे फिर भी कोई चीख-चिल्लाहट नही,
पुलिस भले ही मामले को प्रेम प्रसंग बता रही हो, लेकिन खून के धब्बे सिर्फ बाथरूम में ही नहीं बल्कि घर के आंगन और सीढ़ियों पर भी मिले हैं। इससे साफ है कि युवती बाथरूम में जाने के बाद ही लहूलुहान नहीं हुई है। वह घायल हालत में पूरे घर में घूमी है या फिर किसी से बचाव का प्रयास किया है, अभी स्पष्ट नहीं है। छोटी बहन और चचेरे चाचा का कहना है कि उन्हें कोई चीख चिल्लाहट भी नहीं सुनाई दी है। घरवालों का कहना है कि बाहर से किसी के भीतर आने की भी कोई आशंका नहीं है, क्योकि एकमात्र छत का रास्ता है, वहां पर ऐसा कुछ नहीं मिला है, जिससे किसी बाहरी के आने के संकेत मिल रहे हो।