जिलाधिकारी के आदेश पर कमेटी ने ग्राम प्रधान के खिलाफ वित्तीय भ्रष्टाचार के जुटाए कई अहम

सबूत जल्द जिलाधिकारी को पेश की जाएगी

जिलाधिकारी के आदेश पर कमेटी ने ग्राम प्रधान के खिलाफ वित्तीय भ्रष्टाचार के जुटाए कई अहम

निष्पक्ष जन अवलोकन। फैसल सिद्दीकी। फतेहपुर/बाराबंकी। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने टीम गठित कर जांच के आदेश दिए फतेहपुर/नंद्रासी प्रार्थी शशि पुत्र शिवराज के द्वारा पूर्व मे जिला अधिकारी को नोटरी के द्वारा शपथ पत्र पर शिकायत की गई थी जिसमें जिलाधिकारी द्वारा जिला उद्यान अधिकारी व सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग खंड (3 ) के अधिकारियों को नामित कर जांच कर 15 दिनो में रिपोर्ट देने का आदेश दिया था। जिसकी आज जिला उद्यान अधिकारी व सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने जांच शुरू कई जिसमें राघवेन्द्र घर पास हैंडपंप बन्द पड़ा था। वही एक विकलांग का शौचालय नहीं बना पाया गया जो पूर्व में शौचालय निर्माण किया गया था। उसमें सीट रख कर दबंग प्रधान द्वारा पैसा निकाल लिया गया। दबंग प्रधान ने अपने व अपने पुत्र के खाते से लाखों रुपए का भुगतान संबन्धित अधिकारियो की मिली भगत से निकाल लिया गया था। नंदना खुर्द नहर से हरिश्चंद्र के खेत तक चकबंदी निर्माण की जांच भी जांच अधिकारियो द्वारा की गई जिसमें गेंदे लाल द्वारा बयान मे बताया गया था कि 100 मीटर चक मार्ग को गिरा दिया गया है। जांच अधिकारियों ने जब प्रधान से बयान लिया तो बताया गया कि मेरे द्वारा एफ आई आर कराई गई है। जिसकी कांपी उपलब्ध करा दी जाएगी बुढ़वा बाबा तालाब की जांच की गई तो गांव के लोगों ने बताया गया तालाब मे सिर्फ 25 - 30 मजदूर ही कार्य करते थे जब कि प्रधान द्वारा अधिकारियो की मदत से 130 मजदूरों की फर्जी उपस्थिति लगाकर पैसा निकाला गया था। वही मेन रोड से ओम प्रकाश के घर तक जो इंटरलॉकिंग पूर्व मे लगाई गई थी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई रोड इंटरलाकिन रोड मे केवल बालू का प्रयोग किया गया था जिससे इंटरलॉकिंन जगह-जगह बैठने लगी व जगह-जगह गड्ढे भी देखने को मिले वही जांच करने आई गठित टीम धीरेन्द्र कुमार सिंह ने बताया की जिलाधिकारी के आदेश पर गांव नंद्रासी पहुंचकर जांच की गई जांच मे कुछ आरोप सही साबित हुए जिसकी जांच रिपोट जिलाधिकारी को सौपी जाएगी।