खाद की किल्लत, किसानों के हक पर डाका, कोऑपरेटिव में काला कारोबार
निष्पक्ष जन अवलोकन। आयुष सिंह कछवाह। चित्रकूट। जिले के कर्वी तहसील क्षेत्र में पहाड़ी कोऑपरेटिव सोसाइटी में उर्वरक खाद को लेकर किसानों की परेशानी बढ़ गई है। क्षेत्र के किसानों का आरोप है कि यहां के कोऑपरेटिव सचिव व पर्यवेक्षक शिवम् बर्मा ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए खाद को ब्लैक में बेचना शुरू कर दिया है, जिससे वास्तविक खाताधारक किसान एक बोरी खाद के लिए भटक रहे हैं। नगद बिक्री में हो रही है मनमानी, पर्यवेक्षक शिवम् वर्मा व सचिव की तानाशाही घटनास्थल पर मौजूद किसानों ने बताया कि खाद की कमी का बहाना बनाकर सचिव व पर्यवेक्षक शिवम् बर्मा अपने चाहेते लोगों से आने वाले खरीदारों को नगद भुगतान के बदले उर्वरक बेच रहा है। इस स्थिति में सचिव व पर्यवेक्षक शिवम् बर्मा की मनमानी के चलते स्थानीय किसान परेशान हैं। किसान आरोप लगा रहे हैं कि प्रशासनिक आदेशों को दरकिनार कर सचिव खुलेआम इस काले कारोबार को अंजाम दे रहा है। खाद की आपूर्ति में धांधली की शिकायतें जिलाधिकारी तक भी पहुंची थीं, जिसके बाद उन्होंने सख्त आदेश जारी किए थे। लेकिन इन आदेशों का कोई असर नहीं दिख रहा है। किसानों का कहना है कि जिलाधिकारी की सख्त हिदायत के बावजूद कोऑपरेटिव सचिव व पर्यवेक्षक शिवम् बर्मा अपने तरीकों से खाद की ब्लैक मार्केटिंग में जुटा है, और इसका खामियाजा सीधे किसानों को भुगतना पड़ रहा है।उत्तर प्रदेश की योगी सरकार किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए कई योजनाएं चला रही है, लेकिन कर्वी तहसील में हो रही इस प्रकार की धांधली ने सरकार के प्रयासों पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है।