सोशल मीडिया पर 'अश्लीलता' भरे वीडियो 'समाज' के लिए 'घातक'
निष्पक्ष जन अवलोकन। संतोष कुमार तिवारी 'विद्रोही'।
भारत भले ही विश्व की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनने के संकल्प के लिए लगातार प्रयास कर रहा है और बेशक इसमें देश के युवाओं की अहम भूमिका है। क्योकि विश्व में सबसे अधिक युवा भारत में है जो कही न कही भारत को एक मजबूत स्थिति में लाने के लिए पूरी तरह जुटे है। वही भारत में कुछ युवक और युवतियां अपने 'अश्लील' वीडियो के माध्यम से 'सोशल' मीडिया के तमाम प्लेटफार्म पर सारी हदें पार करके केवल व्यूअर्स बढ़ाने के चक्कर में समाज को 'गंदगी' परोसने में अहम भूमिका निभा रहे है। जो पूरी तरह समाज खासकर नई पीढ़ी के लिए तो बहुत ही घातक है। इस 'गंदी' सोच वालों को रोकना बहुत जरूरी है क्योकि ये लोग मनोरंजन के नाम पर 'अश्लीलता' परोसने में कोई भी संकोच नही कर रहे है। फेसबुक, इंट्राग्राम, यूट्यूब समेत तमाम प्लेटफार्म पर इस समय अश्लीलता भरे वीडियो भरे पड़े है। लोग इंट्राग्राम समेत तमाम सोशल साइट पर रील बनाते समय भूल जाते है कि यह उनका अश्लील वीडियो उनके घर और रिश्तेदार भी देखते है लेकिन शर्म और हया नाम की चीज नही है केवल देखने वालों की संख्या बढ़ाना ही उद्देश्य रह गया है उसके लिए किसी भी तरह का शर्म अथवा संकोच नही है। कुछ तो पति-पत्नी, कुछ प्रेमी-प्रेमिका कुछ जगहों पर मां-बेटा भी अश्लील और गंदे रील बनाने में पीछे नही है। कुछ महिलाएं तो अकेली भी रील बनाती है जो केवल अपने अंग का प्रदर्शन करके ही जग जीत लेना चाहती है। इस तरह के गंदे और अश्लील वीडियो और रील से कही न कही युवा अधिक प्रभावित हो रहा है। भारत में महिलाओं को देवी की तरह पूजनीय माना जाता है लेकिन कोई बढ़िया कार्य करने की हिम्मत न होने पर आज कुछ 'गंदी' मानसिकता की महिलाएं अपने अंग प्रदर्शन को ही सोशल प्लेटफार्म पर 'धंधा' बना ली है जो कहीं न कही सोशल मीडिया के तमाम प्लेफार्म के यूजर्स को प्रभावित करता है। जिस तरह मनोरंजन के नाम पर लोग नंगा नाच करने पर तुले है वह किसी भी तरह से सही नही है। वैसे इस तरह के वीडियो से युवाओं को दूर ही रहना जरूरी है क्योकि जिस तरह सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफार्म अश्लील वीडियो की भरमार है वह कही न कही आगे आने वाली पीढ़ी के लिए चिंता का विषय है क्योकि इस तरह की अश्लील और गंदा वीडियो व रील देखने के बाद युवाओं के मन में गंदे विचार जन्म ले रहे है जो पूरी तरह उनके शिक्षा और कैरियर को प्रभावित करने में असरदार साबित हो रहे है। जिस तरह लोगों में रील बनाने की दिवानगी देखने को मिल रही है वह कही न कही चिंता का विषय है क्योकि इस तरह की 'जाल' में युवा ही फंस रहे है। यदि लोगों को रील या वीडियो बनाना ही है तो शिक्षाप्रद विषयों पर बनाये, देशभक्ति या अन्य ज्ञानदायी विषयों पर बनाये जिससे देखने वाले को भी इसका लाभ मिले लेकिन गंदे और अश्लील वीडियो व रील कही न कही युवाओं को सही रास्ते से भटकाने में सहयोगी हो रहे है। क्योकि एण्ड्रायड फोन यूज करने वाले अधिकतर युवाओं का इंस्ट्राग्राम पर आईडी है। कुछ तो अच्छे कांटेंट पर कार्य करते है जबकि अधिकतर सही कांटेंट से दूर रहते है। इसमें लड़कों की अपेक्षा लड़कियों के अधिकतर आईडी है। आज जितने भी युवाओं से जुड़े अपराध हो रहे है उसमें कही न कही युवाओं के सोशल प्लेटफार्म की कुछ न कुछ भूमिका अवश्य है। इसलिए सोशल साइट की तमाम प्लेटफार्म पर इस तरह गंदे और अश्लील कंटेंट वालों पर बैन होना जरूरी है। नही तो यह हालत दिनों दिन और भी खराब होती चली जायेगी। सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफार्म युजर्स को चाहिए कि जो लोग भी गंदे कंटेंट बना रहे है उनको कभी भी लाइक न करें। क्योकि इस तरह की चीजों को अधिक लोग देखते है तो उनकी कमाई अधिक होती है। और उनकी कमाई देखकर कोई अन्य भी उसी तरह गंदे और अश्लील कंटेट बनाने लगता है जिससे इसमें लगातार बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। ऐसे कंटेट से हमारे देश कि संस्कृति और संस्कार पर परोक्ष रूप से कुठाराघात है। जिसे रोकने के लिए देश के हर एक नागरिक को गंदे और अश्लील रील व वीडियो बनाने वालों का बाॅककाट जरूरी है।