खबर का असर,लेखपाल के जांच में अपात्र पर एसडीएम के जांच में पात्र मिला लाभार्थी
निष्पक्ष जन अवलोकन
रामनारायन
कुशीनगर। मुख्यमंत्री आवास योजना में हल्का लेखपाल के जांच में जिस लाभार्थी को उसने अपात्र बताया वही लाभार्थी एसडीएम और तहसीलदार के जांच में पात्र मिला। लेखपाल के द्वारा मनमाने ढंग से लगाया गया रिपोर्ट क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुवा है। आरोप है कि लेखपाल के मांग को पूरा नही करने पर उसने अपात्र कर दिया है। पीड़ित के द्वारा उच्चाधिकारियों को शिकायती पत्र देकर और आईजीआरएस करके पात्रता की पुनः जांच करते हुवे लेखपाल के विरुद्ध कार्यवाही की मांग किया था। इस खबर को समाचार पत्रों में *"आवास योजना में दस हजार रुपये मांगने का आरोप"* नामक शीर्षक से खबर प्रकाशित किया था। जिसको संज्ञान लेकर खड्डा एसडीएम ऋषभ पुण्डीर और तहसीलदार महेश कुमार ने दिसम्बर माह के प्रथम सप्ताह में पीड़ित के घर जाकर उसके पात्रता की जांच किया और ग्रामीणों से भी पूछताछ करके उसे मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभार्थी बना दिया। नेबुआ नौरंगिया विकास खण्ड के मंशा छपरा गांव निवासी गंगू पुत्र ओमप्रकाश जिसका आंख से विकलांग होने का मेडिकल रिपोर्ट भी जारी हुवा है। वो अपने धर्मपत्नी और तीन बच्चों के साथ जर्जर हो चुके छप्पर जिसमे वो पन्नी (प्लास्टीक) तानकर अपना जीवन यापन करते है। उनकी दयनीय स्थिति को देखते हुवे ग्राम पंचायत और ब्लाक स्तरीय जांच टीम ने उसे मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभार्थी बना दिया, पर त्रिस्तरीय तहसील जांच टीम में सम्मिलित रहे और उक्त गांव के हल्का लेखपाल संजय गुप्ता ने मौके पर जाकर उसके पात्रता की जांच किया। आरोप है कि आवास योजना का लाभ लेने के लिये उसने दस हजार रुपये की मांग किया और उक्त धनराशि को तय समयावधि पर नही देने से उसने इस योजना का लाभ लेने से वंचित कर दिया। वही खड्डा तहसीलदार ने अपने जांच रिपोर्ट में लेखपाल संजय गुप्ता को भविष्य में इस प्रकार की गलती की पुनरावृत्ति न हो इसका सख्त चेतावनी भी दिया है।