अपने आचरण से भारतीय संस्कृति का प्रचार करें : रूप

निष्पक्ष जन अवलोकन

अपने आचरण से भारतीय संस्कृति का प्रचार करें : रूप
अपने आचरण से भारतीय संस्कृति का प्रचार करें : रूप

निष्पक्ष जन अवलोकन। प्रशांत जैन। नूतन वर्ष सत्संग बिल्सी(बदायूँ) :-तहसील क्षेत्र केयज्ञ तीर्थ गुधनी में स्थित आर्य समाज यज्ञ स्थल पर नए वर्ष के शुभागमन पर सभी के स्वस्थ सुखी जीवन की कामना के साथ यज्ञ किया गया ! भारतवर्ष पुनः विश्व गुरु बने ऐसी कामना के साथ आहुतियां दी गई ! इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय वैदिक विद्वान आचार्य संजीव रूप ने कहा "अंग्रेजी नया वर्ष हम सब के व्यवहार में उतर गया है ! हम भारतीय हैं सभी भाषाओं व सभ्यताओं का सम्मान करते हैं ! अंग्रेजी नए वर्ष 2025 का भी स्वागत करते हैं ! हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम अपनी भारतीय संस्कृति, अपनी संस्कृत व हिंदी भाषा , अपनी भारतीय वेशभूषा को अपनाएँगे तथा अपने भारतीय नव संवत वर्ष व हिंदी महीनों का प्रचार प्रसार करेंगे तथा अपने आचरण से भारतीय होने का संदेश देंगे ! मास्टर अनिल उपाध्याय ने कहा नया वर्ष भविष्य के लिए एक शुभ संकल्प कराता है कि बीते वर्ष में हुई गलतियों की पुर्नवृत्ति नहीं करेंगे ! इस अवसर पर मास्टर साहब सिंह, विचित्रपाल सिंह पंजाब सिंह, परुण आर्य, श्रीमती संतोष कुमारी, गुड्डू देवी प्रश्रय आर्य, तानिया आर्य आदि मौजूदरहे !