बिल्सी के पिंडौल में रुद्र महायज्ञ का पांचवा दिन

निष्पक्ष जन अवलोकन

बिल्सी के पिंडौल में रुद्र महायज्ञ का पांचवा दिन

निष्पक्ष जन अवलोकन/प्रशान्त जैन/बदायूँ/बिल्सी:-तहसील क्षेत्र के गांव पिंडौल में प्राथमिक स्कूल के निकट चल रहे पंच कुंडीय रुद्र यज्ञ के पांचवे दिन आचार्य विष्णु चित ने वैदिक मंत्रों से यज्ञ कराया। इसका महत्व समझाते हुए बताया कि मानव कल्याण के लिए रुद्र महायज्ञ का आयोजन जरूरी है। यज्ञ से मानव जीवन में लाभ मिलता है। यज्ञ हर तबके को आपस में जोड़ने का काम करता है। गांव, समाज, आपसी सद्भाव, आत्मा परमात्मा, दोस्त मित्र, हित कुटुंब सभी को एक सूत्र में पिरोने का कर्म ही यज्ञ होता है। उन्होंने कहा कि यज्ञ में पड़ने वाले आहूति से वातावरण शुद्ध होता है। यज्ञ से सामाजिक समरसता कायम होती है। द्वापर युग में सामाजिक समरसता बनाने के उद्देश्य से भगवान श्रीराम ने महायज्ञ किया था। उन्होंने कहा कि यज्ञ करने से वायुमंडल एवं पर्यावरण में शुद्धता आती है। यज्ञ को वेदों में मनुष्य के समस्त अभावों एवं बाधाओं को दूर करने वाला साधन माना गया है। यजुर्वेद में कहा गया है कि जो यज्ञ को त्यागता है, उसे परमात्मा त्याग देते हैं। यज्ञ के द्वारा ही साधारण मनुष्य देव योनि प्राप्त करते हैं और स्वर्ग के अधिकारी बनते हैं। यज्ञ में जलती अग्नि का मुख ईश्वर का मुख होता है। यज्ञ की आहुति भगवान का भोजन होता है, यज्ञ में जो कुछ भी आहुति दिया जाता है वह सीधे भगवान का मुख में चला जाता है। मंदिर में स्थापित होने वाली सभी देव प्रतिमाओं का भी यहां विशेष मंत्रों के साथ पूजन किया गया। इस मौके पर अंकित शर्मा, मुनेंद्र शर्मा, महेंद्र शर्मा, राजेश गुप्ता, रमेश चंद शर्मा, अजय पाल शर्मा, मंजू शर्मा, विकास शर्मा, जगमोहन शर्मा आदि मौजूद रहे।