जौनपुर के लाल का तिरंगे में लिपटा पहुंचा पार्थिव शरीर, हजारों ने नम आंखों से दी अंतिम विदाई
निष्पक्ष जन अवलोकन। विशाल गौतम। जौनपुर। उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के शहाबुद्दीनपुर गांव में शोक की लहर दौड़ गई जब बंगाल के सिलीगुड़ी में एक सड़क दुर्घटना में सेना के हवलदार राजेश यादव (35 वर्ष) का निधन हो गया। उनका पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटा हुआ गांव पहुंचा, जहां हजारों की संख्या में लोग हाथों में तिरंगा लेकर उन्हें अंतिम विदाई देने पहुंचे। मां भारती के लाल को देखने के लिए देखते ही देखते लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। बता दे कि उक्त गांव में उनके पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि देने के लिए विशेष मंच तैयार किया गया था, जहां परिवार के सदस्य, ग्रामीण और जनप्रतिनिधियों ने दिवंगत सैनिक को पुष्पांजलि अर्पित की। राजेश यादव को श्रद्धांजलि देने के लिए हर समुदाय के लोगों ने एकजुट होकर गहरी संवेदनाएं प्रकट कीं। 2010 में सेना में भर्ती हुए थे राजेश यादव शहाबुद्दीनपुर के ग्राम प्रधान धन्नी लाल यादव के पुत्र राजेश यादव पांच संतानों में तीसरे स्थान पर थे। राजेश यादव वर्ष 2010 में सेना में भर्ती हुए थे। वह एक उत्कृष्ट फुटबॉल खिलाड़ी थे सेना की फुटबॉल टीम में।