शिव पुराण कथा में सुनाया शिव-पार्वती विवाह का प्रसंग
निष्पक्ष जन अवलोकन।
प्रशान्त जैन।
बिल्सी। तहसील क्षेत्र के गांव पिंडौल में प्राथमिक स्कूल के निकट मैदान पर चल रही शिव महापुराण कथा में आचार्य संत श्री निराला महाराज ने शिव-माता पार्वती विवाह की कथा सुनाते हुए कहा कि माता पार्वती ने हिमालय राजा के यहां पर जन्म लिया था। पार्वती बचपन से ही भगवान भोलेनाथ को मानती थी। इसीलिए भोलेनाथ से माता पार्वती का विवाह हुआ। उन्होंने कथा सुनाते हुए कहा कि भोलेनाथ व माता पार्वती के विवाह के पहले से ही तारकासुर राक्षस का तीनों लोक में अत्याचार था और उसका वध भोलेनाथ व माता पार्वती के पुत्र से होना था। इसीलिए भोलेनाथ व माता पार्वती का विवाह पहले से ही होना तय था। यानी यह सब लीला भगवान की थी। शिव महिमा सुनाते हुए कहा कि जो भी भक्त भोलेनाथ का पूजा-अर्चना और उनके नाम का जाप करता है, भोलेनाथ उसके सभी कार्यो शीघ्र पूरा करते है। कथावाचक ने यहां अन्य प्रसंगों को भी सुनाया। इस मौके पर अंकित शर्मा, मुनेंद्र शर्मा, महेंद्र शर्मा, राजेश गुप्ता, रमेश चंद शर्मा, मंजू शर्मा, विकास शर्मा, जगमोहन शर्मा आदि मौजूद रहे।