एलयूसीसी घोटाले मे जांच के लिए एसआईटी की गठित के बाद कथित निदेशक को पुलिस ने हिरासत मे ले लिया है
निष्पक्ष जन अवलोकन/फैसल सिद्दीकी/रामनगर/बदोसराय/बाराबंकी। एलयूसीसी घोटाले की जांच मे अब तक के 6 लोग पकड़े जा चुके है। फरार चल रहे चार लोगो पर अब होगा इनाम घोषित एसआईटी मे पांच विवेचक सहित 27 पुलिसकर्मी शामिल किए गए है। निवेशकों के करोड़ों रुपए लेकर फरार हुई एलयूसीसी कंपनी के एक कथित निदेशक को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले को संज्ञान में लेकर एसआईटी की टीम को भी गठित कर दिया गया है। फरार चल रहे उत्तम राजपूत व उसकी पत्नी माया समेत चार लोगों पर वांछित कर पुलिस इन पर इनाम भी घोषित करने जा रही है। जिले मे अहम पदाधिकारी के रूप मे उत्तम सिंह राजपूत, कोषाध्यक्ष के रूप मे उसकी पत्नी कथित निदेशक उसकी पत्नी कथित निदेशक दिनेश कुमार सिंह,उप निदेशक दिनेश कुमार सिंह,उप जिला प्रभारी संजीव वर्मा समेत करीब 10 लोगो पर बेदोसराय थाने मे पांच देंवा थाने मे 3 रामनगर व मोहम्मदपुर खाला थाने एक- एक कुल मिलाकर 10 केस दर्ज हुए है। एक दिन पहले पुलिस संजीव वर्मा समेत पांच लोगो को जेल भेज चुकी है। शुक्रवार को पुलिस ने आलापुर निवासी दिनेश कुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। इसे भी मुख्य संचालक समीर का खास बताया जा रहा है। कम्पनी के लोग इसे निदेशक के रूप मे जानते है। वही एसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया की पूर्ण मामले की जांच के लिए एसआईटी टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए गए है। वही सईदनपुर मे स्थिति एलयूसीसी कार्यालय के शटर पर चस्पा की गई सूचना जिले मे एलयूसीसी कम्पनी ने शहर बदोसराय,सईदनपुर व टिकैतनगर समेत कई जगहों पर कई सालो से हजारों लोगो को करोड़ो रुपयो का निवेश कराया है। शुक्रवार सुबह सईदनपुर मे बंद कार्यालय के शटर पर एक कागज चिपका मिला उसमे लिखा था सुविधा केंद्र के सभी कार्यालय बाधित चल रहे है। इसीलिए केंद्र को बंद किया जा रहा है। सोसाइटी से कोई सूचना मिलने पर केंद्र खोला जाएगा। एसआईटी गठित टीम मे पांच विवेचक समेत 27 पुलिसकर्मी शामिल किए गए है। इसका पर्यवेक्षण सीओ रामनगर तो वही मानिट्रिंग एएसपी उत्तरी चिरंजीव नाथ सिन्हा करेंगे।