भागवत कथा के श्रवण से ही मिल जाती पापों से मुक्ति गोविंद शुक्ला
निष्पक्ष जन अवलोकन।
अंकित तिवारी।
कानपुर देहात।रनिया नगर पंचायत में चल रही सात दिवसीय कथा के तीसरे दिन श्रीमद् भागवत कथा वाचन गोविंद शुक्ला ने बताया कि कथा श्रवण से ही मिल जाती पापों से मुक्ति श्रीमद्भागवतकथावाचक गोविंद जी शुक्ला ने कहा कि भागवत कथा श्रवण मात्र से पाप से मुक्ति मिलती। और कहा की जिस स्थान पर कथा होती है वहां भगवान विराजमान होते हैं। भगवन नाम के जाप से सारे विपत्ति नाश हो जाते हैं। इस जगत में भगवत कृपा के बिना कुछ भी संभव नहीं है। मनुष्य को समाज में अच्छे काम करना चाहिए। भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है की कर्म ही प्रधान है, बिना कर्म कुछ संभव नहीं होता है, जो मनुष्य अच्छा व सत्कर्म करता है उसे अच्छा फल मिलता है व बुरे कर्म करने वाले को हमेशा बुरा फल मिलता है। इसलिए सभी को अच्छे कर्मो के प्रति आकृष्ट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक मार्ग दमन का है तो दूसरा उदारीकरण का दोनों ही मार्गो में अधोगामी वृत्तियां निषेध हैं। जैसे कि गोकर्ण ने कथा कही, किन्तु उसके दुराचारी भाई धुंधकारी ने मनोयोग से उसे सुना तो मोक्ष प्राप्त हो गया। भागवत कथा एक ऐसा अमृत है कि इसका जितना भी पान किया जाए आत्मा तृप्ति नहीं होती है। भागवत कथा सुनते ही ज्ञान और वैराग्य जाग जाए।वंही मंच संचालक भोले शुक्ला,कथा श्रवण कर रहे भक्तो को कई प्रसंगों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई इस मौके पर सोनू गुप्ता,पत्नी हेमलता गुप्ता,अशोक मिश्रा पूर्व प्रधान, पप्पू शर्मा,रमाकांत कश्यप,संजय गुप्ता,विकास शर्मा,राम सागर गुप्ता,ज्योतिमान कश्यप गुरु, डियर शुक्ला,सुरेश त्रिपाठी,बालाजी शुक्ला,आदि लोग उपस्तिथ रहे।