मनरेगा में बड़ा फर्जीवाड़ा — मजदूरों की फर्जी हाजिरी से उड़ाई जा रही है सरकारी धनराशि, गरीबों का हक छीना जा रहा है!
निष्पक्ष जन अवलोकन।बदरूजमा चौधरी ।
बलरामपुर । विकासखंड पचपेड़वा की ग्राम पंचायत मनोहरापुर में मनरेगा योजना के तहत भारी फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। 5 नवंबर को समाचार पत्र के संवाददाता ने इस घोटाले को उजागर किया था, लेकिन अफसरों के कानों पर आज तक जूं तक नहीं रेंगी। मीडिया टीम ने जब मौके पर जाकर हकीकत जानी, तो तस्वीर चौंकाने वाली थी — तीन मास्टर रोल पर 29 मजदूरों की ऑनलाइन हाजिरी दर्ज दिखाई गई, जबकि मौके पर सिर्फ 8 मजदूर ही काम करते पाए गए। यही नहीं, ग्राम पंचायत भूसहर पुराई में भी तीन मास्टर रोल पर 14 मजदूरों की उपस्थिति ऑनलाइन दिखाई गई, लेकिन जमीन पर एक भी मजदूर नहीं मिला। संवाददाता ने दूरभाष पर वीडियो मोहित दुबे से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन घंटी बजते ही कॉल काट दी गई। सूत्रों के अनुसार, मौके पर मैप मेजरमेंट के लिए अधिकारी महीनों से नहीं पहुंचते, और पुराने कामों की फोटो को ही बार-बार अपलोड कर भुगतान निकाला जाता है। ग्रामीणों ने खुलासा किया कि इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड स्थानीय रोजगार सेवक है, जो फर्जी हाजिरी लगाकर भुगतान से लेकर एमबी तक की प्रक्रिया पूरी करता है। स्थानीय लोग बताते हैं कि कुछ “छोटा भैया नेता” और प्रधान खुलेआम कहते हैं — “खबर लिखते रहो, कोई फर्क नहीं पड़ेगा।” अब सवाल यह है कि क्या प्रशासन इस बार जागेगा? क्या गरीब मजदूरों का हक उन्हें मिलेगा? या फिर यह खबर भी फाइलों में दबकर रह जाएगी?