संवेदनशील नेतृत्व से बदली ललितपुर की तस्वीर डीएम सत्य प्रकाश ने दो माह में रखी विकास की मजबूत नींव

निष्पक्ष जन अवलोकन। अरविन्द कुमार पटेल। ललितपुर। जनपद में बुंदेलखंड का ऐतिहासिक जनपद ललितपुर, जो लंबे समय से भौगोलिक विषमताओं और संसाधनों की कमी से जूझ रहा था, अब विकास की नई राह पर है। 28 अक्टूबर 2025 को कार्यभार संभालने के बाद जिलाधिकारी सत्य प्रकाश ने अपनी कार्यकुशलता और संवेदनशीलता से मात्र दो महीनों में जनपद में सकारात्मक परिवर्तन की लहर पैदा कर दी है। शिक्षा, स्वास्थ्य से लेकर बुनियादी ढांचे तक, डीएम के निर्णयों ने आमजन में नया विश्वास जगाया है। शिक्षा और छात्रों के हित में बड़ा कदम जिलाधिकारी ने छात्रवृत्ति से वंचित हो रहे 8 हजार विद्यार्थियों के भविष्य को सुरक्षित किया है। पोर्टल बंद होने के कारण छात्रवृत्ति रुकने की समस्या को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने शासन से पत्राचार कर पोर्टल पुन।  खुलवाया और लापरवाह कॉलेजों को कड़ी चेतावनी दी। उनके इस हस्तक्षेप से हजारों छात्रों को आर्थिक सहायता मिल सकेगी। स्वास्थ्य सेवाओं का कायाकल्प स्वास्थ्य क्षेत्र में डीएम ने जिला अस्पताल का मेडिकल कॉलेज नवीन भवन अमरपुर में स्थानांतरित कराकर उसे पूर्णतः क्रियाशील बनाया। आयुष्मान भारत योजना के तहत पात्र लाभार्थियों के 'गोल्डन कार्ड' बनवाने के लिए उन्होंने ग्राम पंचायत स्तर पर विशेष अभियान शुरू कराया है, ताकि अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुरक्षा पहुंच सके। किसानों को 10 करोड़ का भुगतान और उपभोक्ताओं को राहत किसानों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील रुख अपनाते हुए जिलाधिकारी ने मूंगफली खरीद के भुगतान हेतु शासन से 10 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत कराई। वहीं, विद्युत विभाग की 'एकमुश्त समाधान योजना'   ओटीएस के माध्यम से 3929 उपभोक्ताओं को राहत देते हुए 1.80 करोड़ रुपये का राजस्व सरकारी खजाने में जमा कराया। नये साल का उपहार शहर का सौंदर्यीकरण और 2000 मजरों की कनेक्टिविटी वर्ष 2026 के लिए जिलाधिकारी ने अभी से विकास का रोडमैप तैयार कर लिया है। शहरी विकास। रेलवे स्टेशन से आजादचौक तक की मुख्य सड़क (लाइफ लाइन) का चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण किया जाएगा। अतिक्रमण हटाकर सड़क के दोनों ओर 1-1 मीटर की चौड़ाई बढ़ाई जाएगी और डिवाइडर व लाइटिंग लगाई जाएगी। ग्रामीण विकास: जनपद के इतिहास में पहली बार एक साथ 2000 ग्रामीण मजरों बस्तियों को मुख्य मार्ग से जोड़ने का संकल्प लिया गया है। मनरेगा और राज्य वित्त के माध्यम से 1 जनवरी से इसका कार्य शुरू होगा, जिसका सर्वे पूरा कर लिया गया है। जमीनी हकीकत पर डीएम की नजर आजादचौक-कैलगुवा मार्ग पर पुल निर्माण से हो रही असुविधा को देखते हुए डीएम ने स्वयं धूल और भीड़ के बीच जाकर निरीक्षण किया। उन्होंने सेतु निगम को कड़ी हिदायत दी कि निर्माण के दौरान बच्चों और छोटे वाहनों के लिए तत्काल सुरक्षित वैकल्पिक मार्ग बनाया जाए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि विकास का अर्थ केवल निर्माण नहीं, बल्कि जनता की सुगमता है। "हमारा संकल्प सरकार की हर योजना को धरातल पर उतारना है। विकास का पहिया अब बिना किसी बाधा के घूमेगा और ललितपुर चौमुखी प्रगति के पथ पर अग्रसर होगा। — सत्य प्रकाश, जिलाधिकारी, ललितपुर