रक्तवीरों ने पेश की मानवता की मिसाल दो गर्भवती महिलाओं को रक्तदान कर बचाई जान
निष्पक्ष जन अवलोकन। अरविन्द कुमार पटेल। ललितपुर। जनपद में समाज सेवा और जीवन रक्षा के क्षेत्र में सक्रिय जय अंबे रक्तदान समिति एक बार फिर जरूरतमंदों के लिए मसीहा बनकर उभरी है। समिति के दो सदस्यों ने मेडिकल कॉलेज के महिला चिकित्सालय में भर्ती दो गंभीर गर्भवती महिलाओं के लिए रक्तदान कर 'जच्चा-बच्चा' की सुरक्षित जिंदगी सुनिश्चित की। संकट के समय बने मददगार प्राप्त जानकारी के अनुसार, पिसनारी निवासी विमला रजक और ग्राम पंचायत पूराकलां (तालबेहट) निवासी राजकुमारी कुशवाहा महिला चिकित्सालय में भर्ती थीं। दोनों महिलाओं को प्रसव के दौरान रक्त की अत्यंत आवश्यकता थी। सूचना मिलते ही जय अंबे रक्तदान समिति के रक्तवीर तुरंत अस्पताल पहुँचे। अनुभवी रक्तदाताओं ने निभाया फर्ज समिति की ओर से मदन रजक ने अपने जीवन का 10वीं बार और मजहर खान ने 21वीं बार रक्तदान किया। इन युवाओं के हौसले और निस्वार्थ सेवा भाव के कारण दोनों गर्भवती महिलाओं का उपचार समय पर संभव हो सका। रक्तदाताओं के इस सराहनीय कार्य की अस्पताल प्रशासन और परिजनों ने मुक्त कंठ से प्रशंसा की है। परिजनों ने जताया आभार दोनों गर्भवती महिलाओं के परिजनों ने रक्तदाताओं और समिति का हृदय से आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष दीपक राठौर ने कहा कि रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है और उनकी समिति हर जरूरतमंद की मदद के लिए सदैव तत्पर रहती है। इस मौके पर उपस्थित रहे: वरिष्ठ समाजसेवी कन्हैया लाल रजक, हरगोविंद कुशवाहा, कमलेश रजक (होटल वाले), मोहम्मद समीर, मोहम्मद मकसूद, शिवाजी राजा ग्राम खुरा, रानी रजक (पंचायत राज विभाग), और प्रीतम सहित कई गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।