जनपद मुख्यालय कलेक्ट्रेट से इतर अभोली ब्लॉक का जमीनी हकीकत जानने पहुंचे मंत्री ए. के. शर्मा

जनपद मुख्यालय कलेक्ट्रेट से इतर अभोली ब्लॉक का जमीनी हकीकत जानने पहुंचे मंत्री ए. के. शर्मा

निष्पक्ष जन अवलोकन।

अनिल तिवारी।

भदोही 01 नवम्बर, 2025ः-नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री तथा जनपद भदोही के प्रभारी मंत्री श्री ए. के. शर्मा ने जनपद मुख्यालय कलेक्टेªट से इतर छोटे से ब्लाक कार्यालय अभोली में ब्लाक प्रमुख, ग्राम प्रधानों व अधिकारियों के साथ बैठक कर जमीनी हकीकत जानी। उनका यह दौरा पूरी तरह से जनसंपर्क और जमीनी हकीकत को समझने पर केंद्रित रहा। उन्होंने अभोली ब्लाक परिसर में वृक्षारोपण कर पर्यावरणीय संचेतना का संदेश देते हुए उपस्थित जनमानस को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया। इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों से योजनाओं की वास्तविक प्रगति का जायजा लिया और शासन की नीतियों को धरातल पर उतरने का निर्देश दिया। मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि सरकारी दफ्तरों में बैठकर योजनाओं की समीक्षा करना पर्याप्त नहीं है, बल्कि असली जिम्मेदारी है गांवों में जाकर उनकी वास्तविक स्थिति को समझना और जनता से संवाद करना। उन्होंने कहा कि अधिकारी और कर्मचारी अगर गांवों में जाकर काम करेंगे, तभी योजनाओं का असर धरातल पर दिखाई देगा। ’ब्लॉक स्तर की समीक्षा बैठक में जनता की बात, योजनाओं की सच्चाई’ अभोली ब्लॉक कार्यालय में आयोजित बैठक में ब्लॉक प्रमुख प्रियंका बिन्द, विभिन्न ग्राम प्रधान, ब्लॉक स्तरीय अधिकारी और विभागीय कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि शासन की हर योजना का उद्देश्य गरीब, किसान, महिला और कमजोर वर्ग तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि अधिकारी गांवों का दौरा करें और सुनिश्चित करें कि पात्र व्यक्ति को लाभ मिले और अपात्र को हटाया जाए। उन्होंने बाल मृत्यु दर व मातृत्व मृत्यु दर की समीक्षा कर कम करने हेतु गर्भवती व धात्री महिलाओं को सुचारू रूप से ससमय पोषण पोटली उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। श्री शर्मा ने कहा कि आज की सरकार जनता के विश्वास पर चलने वाली सरकार है, इसलिए भ्रष्टाचार, लापरवाही या उदासीनता को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे केवल रिपोर्ट और मीटिंगों तक सीमित न रहें, बल्कि गांवों में जाकर विकास कार्यों की हकीकत देखें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, आयुष्मान भारत योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, वृद्धावस्था व दिव्यांगजन, पेंशन योजनाएं, मनरेगा और अन्य जनकल्याणकारी कार्यक्रमों को इस तरह लागू किया जाए कि गांव का हर परिवार सरकार की योजनाओं से जुड़ा महसूस करे। उन्होंने उपर्युक्त योजनओं से सम्बन्धित विभागाध्यक्षों को निर्देशित किया कि गॉव में कैम्प लगाकर लाभार्थियों को योजनाओं से संतृप्त करें। ’दुर्गागंज में निर्माणाधीन सीएचसी का निरीक्षण, समयबद्ध गुणवत्तापूर्ण निर्माण पर बल’ बैठक के बाद मंत्री श्री शर्मा ने निर्माणाधीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), दुर्गागंज का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण की प्रगति, उपयोग की जा रही सामग्री की गुणवत्ता और श्रमिकों की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यह निर्माण कार्य समयबद्ध रूप से और उच्च गुणवत्ता मानकों के साथ पूरी की जाए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं ग्रामीण जीवन का आधार हैं, इसलिए अस्पतालों में स्वच्छता, औषधि उपलब्धता और चिकित्सकों की तैनाती सुनिश्चित होनी चाहिए। श्री शर्मा ने कहा कि सीएचसी केवल इलाज का केंद्र नहीं, बल्कि ग्रामीण स्वास्थ्य जागरूकता का केंद्र भी होना चाहिए। उन्होंने निर्देश दिए कि स्वास्थ्य विभाग नियमित रूप से स्वास्थ्य शिविर आयोजित करे, जिससे ग्रामीणों को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ पोषण, स्वच्छता और रोग-निवारण के बारे में जानकारी मिले। उन्होंने बताया कि दिसम्बर के अन्त तक इसका शुभारम्भ कर जनता को समर्पित कर दिया जायेगा, और जल्द ही क्षेत्रवासियों को उत्तम चिकित्सकीय सुविधाएं प्राप्त होगा। पशुपालन, गौ-सेवा और जैविक खेती से ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत’ मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की असली ताकत खेती और पशुपालन है। उन्होंने कहा कि पशुपालन केवल गौ-सेवा नहीं, बल्कि किसानों के लिए आय का महत्वपूर्ण साधन है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर गांव में पशुपालन और दुग्ध उत्पादन को प्रोत्साहित किया जाए, ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत हो सके।उन्होंने किसानों से जैविक खेती को अपनाने की अपील की। श्री शर्मा ने कहा कि जैविक खेती से न केवल मिट्टी की सेहत सुधरती है, बल्कि उत्पादन लागत भी कम होती है और किसानों को अधिक मुनाफा मिलता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार खेती-किसानी को लाभकारी और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए निरंतर काम कर रही है। उन्होंने पराम्परागत उद्यम में मूल्य सर्म्वधन करने वाली प्रक्रियाएं जैसे स्थानीय सब्जियों को खाड़ी देशों में निर्यात, वाराणसी स्थित अमूल्य/बनास डेयरी कम्पनी पर दूध पहुॅचाने हेतु स्थानीय दूध संग्रह केन्द्रो की व्यवस्था करना, जनपद में प्रवाहित वरूणा नदी के किनारे स्वत उगने वाले घास खस से इत्र बनाना, डैªगन फू्रट व फूलों की खेती को बढ़ावा देना आदि पर प्रेरित व प्रोत्साहित किया। ’जनकल्याणकारी योजनाओं पर गहराई से समीक्षा-किसी को भी लाभ से वंचित न रखें’ बैठक में मंत्री श्री शर्मा ने वृद्धावस्था पेंशन, दिव्यांग पेंशन, विधवा पेंशन, आयुष्मान भारत कार्ड, प्रधानमंत्री आवास योजना, मनरेगा जैसी योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट मांगी। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी पात्र लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ समय पर मिले और कोई भी पात्र व्यक्ति छूटने न पाए। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं की सफलता तभी मानी जाएगी जब जनता को उसका ला कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी, ब्लॉक प्रमुख अभोली प्रियंका बिंद, पूर्व विधायक रविंद्र त्रिपाठी, मुख्य विकास अधिकारी बाल गोविंद शुक्ल, जिला विकास अधिकारी ज्ञान प्रकाश , उपायुक्त मनरेगा राजाराम, उपायुक्त स्वत रोजगार अनुराग राय, बीडीओ आलोक कुमार राय, डीआईओ डॉ पंकज कुमार, अधिशासी अभियंता विद्युत भदोही, व अन्य अधिकारी,ग्राम प्रधान अभोली बबलू सिंह, फत्तूपुर राजेश शर्मा व अन्य ग्राम प्रधान जनमानस उपस्थित रहे।