आत्मिक शांति का सशक्त माध्यम है सत्संग : स्वामी अर्जुनानंद

आत्मिक शांति का सशक्त माध्यम है सत्संग : स्वामी अर्जुनानंद

निष्पक्ष जन अवलोकन। रामेश्वर विश्वकर्मा रुद्रपुरी। रुद्रपुर (देवरिया)। डी.एन. इंटर कॉलेज के प्रांगण में दिव्य ज्योति जागृती संस्थान द्वारा आयोजित पांच दिवसीय श्रीहरि कथा के दूसरे दिवस श्रद्धा और आध्यात्मिक वातावरण देखने को मिला। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।                

 कथा को संबोधित करते हुए दिव्य गुरु आशुतोष महाराज जी के शिष्य स्वामी अर्जुनानंद जी ने कहा कि वर्तमान तनावपूर्ण जीवन में सत्संग मानव को आत्मिक शांति और आंतरिक शक्ति प्रदान करता है। सत्संग से जीवन संतुलित और आनंदमय बनता है। उन्होंने कहा कि पूर्ण आध्यात्मिक गुरु मानव जीवन के लिए प्रकाश-स्तंभ के समान होते हैं, जिनके मार्गदर्शन से साधक जीवन की आपाधापी और भ्रम से ऊपर उठ पाता है। गुरु के प्रति शिष्य का कर्तव्य समर्पण, श्रद्धा और अनुशासन में निहित है। स्वामी अर्जुनानंद जी ने बताया कि गुरु की कृपा से शास्त्रसम्मत ब्रह्मज्ञान एवं ईश्वर दर्शन का मार्ग प्रशस्त होता है। कार्यक्रम का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चारण व भजन-कीर्तन से हुआ तथा समापन मंगल आरती के साथ किया गया।