भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में तालबेहट के मॉ शबरी छात्रावास में मनाया गया जनजातीय गौरव दिवस

भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में तालबेहट के मॉ शबरी छात्रावास में मनाया गया जनजातीय गौरव दिवस

निष्पक्ष जन अबलोकन। अरविन्द कुमार पटेल। ललितुपर। जनपद में शनिवार को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष में जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन जिला प्रशासन ललितपुर उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में सेवा समर्पण संस्थान द्वारा संचालित मां शबरी छात्रावास तालबेहट में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के अध्यक्ष आदरणीय बैजनाथ रावत रहे, विशिष्ट अतिथियों में राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश मनोहर लाल पंथ, सदर विधायक रामरतन कुशवाहा, क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष विजय सिंह गोलू राजा, तालबेहट नगर पंचायत अध्यक्ष पुनीत सिंह परिहार ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने बेटियों की शिक्षा के ऊपर जोर देने के लिए कहा और कहा कि यदि बेटी शिक्षित होगी तो दो परिवारों का संरक्षण करेगी। भारत का संविधान आपको वो सभी अधिकार देता है, जिससे आप जो बनना चाहें वो बन सकते हैं। भगवान बिरसा मुंडा को सच्ची श्रंद्धाजलि तभी होगी जब उनके संघर्षशील जीवन से सीख लेकर स्वालम्बी बनेंगे। पुलिस अधीक्षक मोहम्मद मुश्ताक ने बेटियों की सुरक्षा के बारे में सुरक्षा के नंबर बताते हुए कहा कि 112, 181, 1090 और साइबर अपराध के लिए 1930 अपने पास याद रखें, सभी लोगों की इस नंबर पर कॉल करने पर सहायता की जाएगी तथा आपकी पहचान गुप्त रखी जाएगी। राज्य मंत्री ने कहा कि आप सभी आदिवासियों की समस्या के लिए हमें पत्र लिखें, मैं हमेशा जनता के साथ हूं। मुख्य वक्ता ने भगवान बिरसा मुंडा के चरित्र के बारे में कहा कि उन्होंने अल्पायु में भगवान की पदवी प्राप्त कर ली क्योंकि उन्होंने अपने छोटे से जीवन काल में अंग्रेजों के साम्राज्य को कड़ी चुनौती दी, जिससे अंग्रेजों ने उन्हें जेल में बंद कर लिया। उनके अपने ही एक साथी ने कुछ रुपयों की लालच में उनको गिरफ्तार करवा दिया। 9 जून सन 1900 को उनकी मृत्यु रांची जेल में हो गई। सामंतवादी और ब्रिटिश सरकार का पुरजोर विरोध करते हुए भगवान बिरसा मुंडा ने अपनी स्वयं की सेना बनाई जिन्होंने कम संसाधनों में तीर कमान से अंग्रेजों से लोहा लिया, साथ ही मुख्य वक्ता महोदय ने कहा की प्रदेश सरकार के द्वारा 517 ग्राम आदिवासी ग्राम चयनित किए गए हैं जिम सर्वांगीण विकास किया जाएगा तथा ललितपुर जिले के भी 36 ग्राम उसमें चयन किए गए कार्यक्रम में सैकड़ो की संख्या में महिलाएं व पुरुष उपस्थित रहे सांस्कृतिक कार्यक्रमों में आदिवासी बच्चों ने सरस्वती वंदना स्वागत गीत के साथ वीणावादिनी स्कूल के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया तथा आदिवासियों की लोक कला का जिसे सारा नृत्य कहते हैं वह नृत्य भी प्रस्तुत किया तथा आश्रम पद्धति के विद्यालय के छात्रों ने बनवासी बच्चों की वेशभूषा में नृत्य प्रस्तुत किया जिसकी बहुत सराहना की गई इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी शेषनाथ चौहान, जिला समाज कल्याण अधिकारी संजय श्रीवास्तव, वी डी ओ तालबेहट, जिला प्रोवेशन अधिकारी नंदलाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर इम्तियाज़ खान ,जिला एवं तहसील के समस्त अधिकारी उपस्थित रहे। संचालन सुबोध गोस्वामी सारस्वत एवं महेश रिछारिया ने किया। संस्थान से अध्यक्ष इंजीनियर हाकिम सिंह, प्रांतीय उपाध्यक्ष रामचरण सहरिया, घासीराम सहरिया, संस्था के संरक्षक जीएस परिहार, राम चरण सहरिया, सेवा समर्पण संस्थान के सह शिक्षा प्रमुख मनोज तिवारी, नगर अध्यक्ष सेवा समर्पण संस्थान ललितपुर डॉ जगवीर सिंह, तालबेहट नगर अध्यक्ष डॉक्टर हरिश्चंद्र झा, कपिल मिश्रा, संगठन मंत्री देशराज सहरिया, विभाग संगठन मंत्री मदन सहरिया, राम गोपाल गोस्वामी, रमेश दुबे, सत्येंद्र मिश्रा, सरोज रावत आदि उपस्थित