कूटरचित दस्तावेज तैयार कर नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी करते हुए लाखो रूपये ऐठने वाले वांछित अभियुक्त गिरफ्तार ।
अभियुक्त के कब्जे से नगदी व अन्य सामान सहित, जिसकी अनुमानित कीमत करीब 2,54,000 रूपये की धनराशि की गयी बरामद ।
निष्पक्ष जन अवलोकन। अरविन्द कुमार पटेल। ललितपुर। जनपद में अपर पुलिस महानिदेशक कानपुर जोन कानपुर एवं पुलिस महानिरीक्षक झांसी, परिक्षेत्र झांसी के निर्देश के क्रम में पुलिस अधीक्षक मोहम्मद मुश्ताक के निर्देशन में अपर पुलिस अधीक्षक कालू सिंह एवं क्षेत्राधिकारी सदर अजय कुमार के निकट पर्यवेक्षण थाना जखौरा पुलिस द्वारा थाना जखौरा पर पंजीकृत मु,अ,सं, 325/2025 धारा 316(2)/318(4)/336(3)/338/340(2)/351(3)/352 बीएनएस में वांछित अभियुक्त सूरज पुत्र भागीरथ अहिरवार उम्र करीब 35 वर्ष निवासी डूमरा मुहल्ला कस्बा व थाना जखौरा जनपद ललितपुर को ग्राम कल्यानपुर नहर पुलिया के पास से गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष भेजा गया । घटना का संक्षिप्त विवरण- वादी मुकदमा श्री देवेन्द्र सिंह पुत्र लाखन सिंह उम्र करीब 61 वर्ष निवासी ग्राम चक्क नगवास थाना जखौरा जनपद ललितपुर द्वारा थाना जखौरा पर तहरीर देकर अवगत कराया गया था कि अभियुक्त सूरज उपरोक्त द्वारा वादी से रिश्तेदारों की नौकरी शिक्षा विभाग में लिपिक व चपरासी के पदों पर लगवाने के नाम पर अलग-अलग समय पर उससे रुपये लेना व फर्जी नियुक्ति पत्र देना तथा वादी द्वारा नौकरी न लगने पर रुपये वापस मांगने पर उसके साथ गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी देने के सम्बंध में दिया गया था । पुलिस ने सूचना के आधार पर तत्काल थाना जखौरा पर सुसंगत धाराओ में अभियोग पंजीकृत किया गया था । घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए श्रीमान् पुलिस अधीक्षक, ललितपुर द्वारा अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम गठित की गयी थी । गठित टीमों द्वारा धरातलीय सूचना, सर्विलांस व अन्य एकत्रित साक्ष्यों की मदद से अभियुक्त सूरज उपरोक्त को नियमानुसार गिरफ्तार किया गया है । पूँछताछ में बताया अभि, सूरज उपरोक्त ने पूछने पर बताया कि साहब मैने देवेन्द्र उपरोक्त को बताया था कि मैं बीएसए ऑफिस में चपरासी के पद पर तैनात हूं और मेरी शिक्षा विभाग में अधिकारियों से अच्छी पकड़ है । मैं चपरासी व बाबू के पद पर लोगो की नौकरी लगवा सकता हूँ । दो वर्ष पूर्व मैने देवेन्द्र व उसके रिश्तेदारों से शिक्षा विभाग में संविदा पर बाबू व चपरासी के पद पर नौकरी लगवाने के नाम पर उन लोगो से लाखो रूपये लिये थे । मैने कम्प्यूटर के माध्यम फर्जी नियुक्ति पत्र बनवाकर तथा फर्जी मोहरे बनवाकर उन पर हस्ताक्षर करके इन लोगो को फर्जी नियुक्ति पत्र डाक के माध्यम से दे दिये थे । मैने अब तक इस तरीके से लगभग 100 से ज्यादा लोगो के साथ धोखाधड़ी करते हुए लाखों रूपये कमाये हैं और धोखाधड़ी किये गये उन रूपयो से बाईक, ज्वैलरी, मोबाइल फोन आदि वस्तुओं को खरीदकर अपने ऐशो-आराम पर खर्च किया है ।