अपराधियों पर काल बनकर टूटी पुलिस वर्ष 2025 में 11 करोड़ की संपत्ति कुर्क 1113 को दिलाई सजा
निष्पक्ष जन अवलोकन। अरविन्द कुमार पटेल। ललितपुर। उत्तर प्रदेश शासन की मंशा के अनुरूप जनपद में कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ करने और अपराधियों में खौफ पैदा करने के लिए पुलिस अधीक्षक मोहम्मद मुश्ताक के नेतृत्व में ललितपुर पुलिस ने वर्ष 2025 में ऐतिहासिक सफलताएँ अर्जित की हैं। बुधवार को जारी वार्षिक रिपोर्ट में पुलिस ने मुठभेड़ों से लेकर साइबर रिकवरी तक के चौंकाने वाले आंकड़े पेश किए। मुठभेड़ में 23 दबोचे, गैंगस्टर की रीढ़ तोड़ी पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वर्ष 2025 में पुलिस और अपराधियों के बीच 12 मुठभेड़ हुईं, जिसमें 23 कुख्यात अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। संगठित अपराध पर प्रहार करते हुए पुलिस ने गैंगस्टर अधिनियम के तहत 21 अपराधियों की 11.72 करोड़ रुपये की अवैध चल-अचल संपत्ति कुर्क की। इसके अलावा, लंबे समय से फरार चल रहे 40 इनामी अपराधियों को भी सलाखों के पीछे भेजा गया। ऑपरेशन कन्विक्शन और दृष्टि से बदली तस्वीर जनपद में अपराधों की रोकथाम के लिए तकनीक और पैरवी का सहारा लिया गया। 'ऑपरेशन दृष्टि' के तहत जिले भर में 16,417 सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए, जिससे अपराधियों पर मनोवैज्ञानिक दबाव बना है। वहीं, 'ऑपरेशन कन्विक्शन' के माध्यम से पुलिस की प्रभावी पैरवी ने 732 मामलों में 1113 अपराधियों को सजा और 45 लाख रुपये का अर्थदंड दिलवाया। नशे और अवैध हथियारों पर प्रहार 238 किलो गांजा और 2 किलो चरस बरामद कर नशा तस्करों के नेटवर्क को ध्वस्त किया गया। आबकारी 13 हजार लीटर से अधिक अवैध शराब बरामद कर लाखों लीटर लहन नष्ट किया गया। आर्म्स एक्ट: 33 अभियुक्तों से 36 तमंचे और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए गए। सामाजिक सरोकार मुस्कान और साइबर सेल की सफलता पुलिस ने केवल अपराध ही नहीं रोका, बल्कि मानवीय चेहरा भी पेश किया। 'ऑपरेशन मुस्कान' के तहत 136 लापता बच्चों को ढूंढकर उनके परिजनों से मिलाया गया। साइबर सेल ने भी बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ठगी के 34.71 लाख रुपये रिकवर कराए और करीब 65 लाख रुपये होल्ड कराए। साथ ही, 1.81 करोड़ रुपये की कीमत के 1015 खोए हुए मोबाइल बरामद कर उनके मालिकों को सौंपे गए। गुंडा एक्ट और जिलाबदर की कार्रवाई शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए 242 लोगों पर गुंडा एक्ट लगाया गया, जिनमें से 108 अपराधियों को जिलाबदर किया गया। पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि अपराधियों के खिलाफ यह जीरो टॉलरेंस की नीति आगे भी जारी रहेगी ताकि आम नागरिक सुरक्षित महसूस कर सकें।